जम्मू-कश्मीर में बारिश से तबाही: 19 परिवार सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए

जम्मू-कश्मीर में बारिश का कहर
जम्मू-कश्मीर में हालात बारिश के कारण बेहद गंभीर हो गए हैं। बादल फटने की घटनाओं ने कई लोगों की जान ले ली है, जबकि जनजीवन भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। हाल ही में, राजौरी और सांबा जिलों में लगातार बारिश के चलते जमीन धंसने की घटनाएं हुईं, जिसके परिणामस्वरूप 19 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया।
अधिकारियों के अनुसार, राजौरी में 11 और सांबा में 8 घरों को खाली कराया गया है। कोटरंका के अतिरिक्त उपायुक्त दिल मीर ने बताया कि राजौरी के बधाल गांव में बारिश के कारण जमीन का एक बड़ा हिस्सा धंसने लगा है।
उन्होंने कहा कि इस गांव को 'जोखिम क्षेत्र' घोषित किया गया है। मीर ने चिंता व्यक्त की कि यदि भूधंसाव जारी रहा, तो इन घरों को गंभीर नुकसान हो सकता है। प्रशासन ने प्रभावित परिवारों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की है। भारी बारिश के कारण सांबा जिले के एक छोटे से गांव में कई घर ढहने के कगार पर पहुंच गए थे, जिसके बाद परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
श्रीनगर में जलभराव और यातायात जाम
सोमवार शाम को कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में बारिश हुई, जिससे श्रीनगर के कुछ क्षेत्रों में जलभराव और यातायात जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। रेजीडेंसी रोड, टीआरसी चौक और डल गेट जैसे इलाकों में जलभराव के कारण यात्रियों और दुकानदारों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। कई वाहनों को जलमग्न सड़कों से गुजरना पड़ा।
घाटी के कुछ हिस्सों में अभी भी रुक-रुक कर बारिश जारी है। मौसम विभाग ने श्रीनगर, गंदेरबल और बडगाम के कई क्षेत्रों में गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना जताई है। लोगों को बिजली के खंभों, पुराने पेड़ों और ढीली संरचनाओं से दूर रहने की सलाह दी गई है, साथ ही डल झील सहित सभी जलाशयों में शिकारा चलाने और नौका विहार से बचने की चेतावनी दी गई है।