हरियाणा में मौसम परिवर्तन: किसानों के लिए महत्वपूर्ण सलाह

हरियाणा में मौसम में बदलाव के चलते किसानों को महत्वपूर्ण सलाह दी गई है। तेज हवाओं के कारण रात के तापमान में गिरावट हो रही है। मौसम वैज्ञानिकों ने अगले कुछ दिनों में सिंचाई न करने की सलाह दी है, ताकि पकी हुई फसलों को नुकसान न पहुंचे। जानें आगामी पश्चिमी विक्षोभों का प्रभाव और किसानों को क्या कदम उठाने चाहिए।
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हरियाणा में मौसम का हाल

हरियाणा में मौसम परिवर्तन: किसानों के लिए महत्वपूर्ण सलाह


हरियाणा में मौसम एक बार फिर से बदल चुका है। मंगलवार रात से तेज उत्तर-पश्चिमी हवाएं चल रही हैं, जो पहाड़ों से मैदानी क्षेत्रों की ओर बढ़ रही हैं। इन ठंडी हवाओं के कारण अचानक से ठंड में वृद्धि हुई है, जिससे रात के तापमान में काफी गिरावट आई है।


मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अगले 5 दिनों तक प्रदेश में 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलेंगी। दिन में धूप खिली रहेगी, लेकिन ठंडी हवाएं ठंड का एहसास कराएंगी। रात के तापमान में 5 से 8 डिग्री की कमी भी देखने को मिल सकती है।


पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 9 से 12 मार्च के बीच दो कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकते हैं। इन विक्षोभों के प्रभाव से मौसम में कुछ बदलाव और तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। उत्तरी पहाड़ी क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी की संभावना भी है। हालांकि, मार्च के दूसरे सप्ताह से ठंड का असर कम होने लगेगा और होली के बाद गर्मी का एहसास होने लगेगा।


किसानों के लिए सलाह

खबरों के अनुसार, हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को सलाह दी है कि अगले 3 से 4 दिनों तक सिंचाई न करें। तेज हवाएं पकी हुई फसलों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसके अलावा, किसानों को गेहूं की फसल की लगातार निगरानी करने की भी सलाह दी गई है। वैज्ञानिकों का कहना है कि उचित कदम उठाने से पहले नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्रों के कृषि वैज्ञानिकों से सलाह लें।