सुशांत सिंह राजपूत: अधूरे सपनों की कहानी

सुशांत सिंह राजपूत: एक यादगार सफर

बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी यादें हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेंगी।
सुशांत एक ऐसे कलाकार थे जो सोशल मीडिया पर अपने प्रशंसकों से जुड़े रहते थे और उनकी प्रतिक्रियाओं का उत्तर देते थे, जिससे वह युवाओं के बीच और भी लोकप्रिय हो गए। मात्र 34 वर्ष की आयु में, उन्होंने 14 जून 2020 को मुंबई में अपने घर पर आत्महत्या कर ली।
50 सपनों में से केवल 11 पूरे
सुशांत के जीवन में कुल 50 सपने थे, जिनमें से उन्होंने केवल 11 को पूरा किया। उन्होंने यह जानकारी अपने ट्विटर अकाउंट पर साझा की थी। वह अक्सर अपने प्रशंसकों के साथ अपने सपनों को साझा करते थे और उन्हें हर अपडेट देते थे।
उनके कुछ सपनों में से एक था अपने कॉलेज की एक दिन की यात्रा की योजना बनाना। सितंबर 2019 में, वह दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी गए। इसके अलावा, उन्होंने डिज्नीलैंड जाने का सपना भी पूरा किया, जहाँ वह अक्टूबर 2019 में गए थे।
एक्टर बनकर किया सबसे बड़ा सपना पूरा
सुशांत का जन्म 21 जनवरी 1986 को पटना, बिहार में हुआ। उनका सपना एक अभिनेता बनने का था। उन्होंने टीवी सीरियल 'पवित्र रिश्ता' से पहचान बनाई और 2013 में 'काई पो चे' फिल्म से बॉलीवुड में कदम रखा।
अपनी पहली फिल्म में ही उन्होंने अपनी अदाकारी का ऐसा जादू बिखेरा कि बड़े-बड़े सितारे भी उनके प्रशंसक बन गए।
अभिनय में ही नहीं, पढ़ाई में भी थे अव्वल
2003 में, सुशांत ने दिल्ली यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी की प्रवेश परीक्षा में सातवां स्थान प्राप्त किया और बी.टेक में दाखिला लिया। वह नेशनल ओलंपियाड ऑफ फिजिक्स के विजेता भी रहे।
स्कूल के दिनों से ही उन्हें अभिनय में रुचि थी और वह हर वार्षिक समारोह में भाग लेते थे। इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई के दौरान, उन्होंने अभिनय में करियर बनाने का निर्णय लिया।
इंजीनियरिंग छोड़कर अभिनय का सपना पूरा किया
अभिनय में करियर बनाने के लिए, उन्होंने चार साल का इंजीनियरिंग कोर्स तीन साल में ही छोड़ दिया। सुशांत पटना के छोटे से शहर से निकलकर बॉलीवुड की चमकदार दुनिया में अपने सपनों के साथ मुंबई आए।
उन्होंने बहुत कम समय में बॉलीवुड में अपनी एक अलग पहचान बना ली थी। हमेशा मुस्कुराते रहने वाले सुशांत एक जिंदादिल इंसान थे।