श्री अमरनाथ यात्रा 2025: पहले जत्थे की शुरुआत, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

यात्रा का शुभारंभ
जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को श्री अमरनाथ यात्रा के पहले जत्थे को रवाना किया। इससे पहले, उन्होंने जम्मू के यात्री निवास बेस कैंप में पूजा अर्चना की। जैसे ही श्रद्धालु रवाना हुए, 'हर हर महादेव' और 'बम बम भोले' के जयकारे गूंज उठे।
श्रद्धालुओं की प्रतिक्रिया
अमरनाथ यात्रा की शुरुआत पर भाजपा नेता सत्त शर्मा ने कहा, "हजारों श्रद्धालु बाबा अमरनाथ के दर्शन के लिए आए हैं। दो महीने पहले एक अलग माहौल था, लेकिन आज हम देख सकते हैं कि श्रद्धालु बाबा भोले के नारे लगा रहे हैं। लोगों को विश्वास है कि वे सुरक्षित हाथों में हैं।" पहले जत्थे की एक श्रद्धालु शालू ने कहा कि वह व्यवस्थाओं से संतुष्ट हैं और पूरी तरह से सुरक्षित महसूस कर रही हैं। "हम खुश हैं... हमने इसके लिए एक साल तक इंतजार किया। खाने से लेकर आवास तक की व्यवस्थाएं उत्कृष्ट हैं। डरने की कोई बात नहीं है। सुरक्षा पूरी तरह से सुनिश्चित है," शालू ने कहा।
सुरक्षा इंतजाम
#WATCH | जम्मू | जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा, "श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड ने यात्रा के लिए बेहतरीन सुविधाएं बनाई हैं। जम्मू और कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों ने भी कड़ी सुरक्षा बनाए रखी है। देशभर से श्रद्धालु यहां आए हैं। उत्साह बहुत अधिक है।" pic.twitter.com/hI3YhDbOma
— ANI (@ANI) 2 जुलाई 2025
श्रद्धालुओं की संतुष्टि
एक अन्य श्रद्धालु आकांक्षा ने कहा, "हम पहले जत्थे का हिस्सा बनने की योजना बना रहे थे। हम डर नहीं रहे थे क्योंकि हमें पता था कि सुरक्षा पर्याप्त होगी... व्यवस्थाएं बहुत अच्छी हैं; खाना, आवास, स्वच्छता, और सभी सुविधाएं बहुत अच्छी हैं..." पहले जत्थे में शामिल सुमन घोष ने कहा, "हम प्रार्थना करते हैं कि सभी को शांति से दर्शन प्राप्त हों। डरने की कोई बात नहीं है। भारतीय सेना और अन्य सुरक्षा बल यहां हैं।" अमरनाथ यात्रा बालटाल और पहलगाम मार्गों से की जा रही है।
सड़क और संचार सुविधाएं
जम्मू-श्रीनगर हाईवे हजारों श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण मार्ग है। व्यवस्थाओं पर बात करते हुए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा, "श्रद्धालुओं के लिए, जम्मू-कश्मीर प्रशासन, श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड और जम्मू-कश्मीर के निवासियों ने अपनी जिम्मेदारियों को अच्छी तरह से निभाया है। 2022 से अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की सुविधाएं बेहतर की गई हैं।
दोनों मार्ग जो गुफा की ओर जाते थे, पहले छह फीट चौड़े थे, अब 12 फीट चौड़े हो गए हैं। मार्ग पर पहले अंधेरा होता था; अब ग्रिड कनेक्टिविटी स्थापित की गई है।" उन्होंने कहा, "टेलीकॉम कनेक्टिविटी पूरी तरह से मार्ग में स्थापित हो गई है। यात्रा के लाइव फीड के लिए उच्च गुणवत्ता वाले कैमरे लगाए गए हैं। यात्रा का 24/7 निगरानी राज भवन और पुलिस नियंत्रण कक्ष से की जा रही है... RFID आधारित ट्रैकिंग प्रणाली स्थापित की गई है।"