शाहरुख खान की 'अंजाम': एक यादगार फिल्म का विश्लेषण

शाहरुख खान और माधुरी दीक्षित की फिल्म 'अंजाम' ने हिंदी सिनेमा में एक नया मोड़ दिया। इस फिल्म में शाहरुख का डरावना किरदार और माधुरी की दमदार अदाकारी ने दर्शकों को प्रभावित किया। फिल्म के चर्चित थप्पड़ सीन ने इसे एक कल्ट क्लासिक बना दिया है। जानें इस फिल्म की कहानी, कमाई और इसके प्रभाव के बारे में।
 | 
शाहरुख खान की 'अंजाम': एक यादगार फिल्म का विश्लेषण

फिल्म 'अंजाम' का परिचय

शाहरुख खान की 'अंजाम': एक यादगार फिल्म का विश्लेषण

अंजाम मूवी

शाहरुख खान की यादें: हिंदी सिनेमा में कई ऐसी फिल्में हैं, जिनके कुछ दृश्य आज भी चर्चा का विषय बने रहते हैं। ऐसी ही एक फिल्म है 'अंजाम', जिसमें शाहरुख खान और माधुरी दीक्षित जैसे बड़े सितारे शामिल थे। यह फिल्म न केवल अपनी कहानी के लिए, बल्कि शाहरुख के अनोखे और डरावने किरदार के लिए भी जानी जाती है। खासकर वह दृश्य, जिसमें शाहरुख माधुरी को थप्पड़ मारते हैं, आज भी दर्शकों को झकझोर देता है।

1994 में आई 'अंजाम' से पहले, शाहरुख को एक रोमांटिक हीरो के रूप में देखा जाता था। 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे', 'बाज़ीगर' और 'डर' जैसी फिल्मों ने उन्हें एक इंटेंस और आकर्षक हीरो बना दिया था। वहीं, माधुरी उस समय की सबसे लोकप्रिय अभिनेत्रियों में से एक थीं, जिनकी मुस्कान और नृत्य के दीवाने थे।


चर्चित थप्पड़ सीन

थप्पड़ वाला सीन क्यों था चर्चा में

हालांकि, 'अंजाम' में दोनों की छवि पूरी तरह से बदल गई। माधुरी ने एक मजबूर लेकिन मजबूत महिला का किरदार निभाया, जबकि शाहरुख ने एक जुनूनी प्रेमी का। फिल्म का सबसे विवादास्पद दृश्य वही है, जिसमें शाहरुख माधुरी को थप्पड़ मारते हैं। उस समय किसी बड़े सितारे द्वारा महिला पात्र के साथ इस तरह का व्यवहार दर्शकों के लिए चौंकाने वाला था। यह दृश्य केवल हिंसा को नहीं दर्शाता, बल्कि विजय के किरदार की मानसिकता को भी उजागर करता है।


फिल्म की कमाई

फिल्म ने कितनी की थी कमाई

दर्शकों ने इस दृश्य को देखकर शाहरुख के किरदार से नफरत की, लेकिन उनकी अभिनय क्षमता की सराहना भी की। 31 साल पुरानी यह फिल्म अब एक कल्ट क्लासिक मानी जाती है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस फिल्म का बजट 2 करोड़ रुपये था, जबकि इसने बॉक्स ऑफिस पर 5 करोड़ रुपये की कमाई की। 'अंजाम' आज भी चर्चा में है क्योंकि यह अपने समय से काफी आगे की फिल्म थी।

शाहरुख खान की 'अंजाम': एक यादगार फिल्म का विश्लेषण


फिल्म की कहानी

फिल्म की कहानी क्या थी

'अंजाम' की कहानी विजय अग्निहोत्री नामक व्यक्ति के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अभिनेत्री शिवानी चोपड़ा (माधुरी दीक्षित) से एकतरफा प्यार करता है। यह प्यार धीरे-धीरे जुनून में बदल जाता है। विजय का मानना है कि शिवानी केवल उसकी है, और यदि वह उसकी नहीं हो सकती, तो किसी और की भी नहीं। कहानी के आगे बढ़ने पर विजय का जुनून हिंसा और अपराध का रूप ले लेता है, जिससे शिवानी और उसके परिवार की जिंदगी नर्क बन जाती है। फिल्म में यह दिखाया गया है कि कैसे एक गलत सोच और पागलपन किसी की पूरी जिंदगी को बर्बाद कर सकता है।


शाहरुख का डरावना किरदार

शाहरुख का सबसे डरावना रोल

आज भी 'अंजाम' को शाहरुख खान के सबसे नकारात्मक और डरावने किरदारों में से एक माना जाता है। उन्होंने इस फिल्म में हीरो बनने की कोशिश नहीं की, बल्कि पूरी तरह से विलेन के रूप में नजर आए। शाहरुख ने कई इंटरव्यू में कहा है कि 'अंजाम' उनके करियर की सबसे चुनौतीपूर्ण फिल्मों में से एक थी। उन्होंने इस किरदार में खुद को पूरी तरह झोंक दिया था, जिससे यह रोल आज भी लोगों को याद है।

शाहरुख खान की 'अंजाम': एक यादगार फिल्म का विश्लेषण


माधुरी दीक्षित की अदाकारी

माधुरी दीक्षित की दमदार एक्टिंग

माधुरी दीक्षित ने भी इस फिल्म में अपनी अदाकारी से सभी को चौंका दिया। उन्होंने एक ऐसी महिला का किरदार निभाया, जो डर के बावजूद हार नहीं मानती। कोर्टरूम सीन में माधुरी की परफॉर्मेंस को आज भी क्लासिक माना जाता है। इस फिल्म ने साबित किया कि माधुरी केवल डांस और ग्लैमर तक सीमित नहीं हैं, बल्कि गंभीर और चुनौतीपूर्ण किरदार भी बखूबी निभा सकती हैं। एकतरफा प्यार और जुनून की यह कहानी काफी प्रभावशाली थी, और फिल्म में शामिल कलाकारों की अदाकारी ने सभी की सराहना बटोरी।