ललिता पवार: 700 फिल्मों की अदाकारा, जिसने बहन से खाया धोखा
एक्ट्रेस का करियर और व्यक्तिगत जीवन
किस एक्ट्रेस को मिला था ऐसे धोखा?
बॉलीवुड की अदाकारा: कई बॉलीवुड एक्ट्रेस का करियर चमकदार रहा है, लेकिन उनकी असल जिंदगी में कई कठिनाइयाँ भी रही हैं। कभी काम के कारण, कभी व्यक्तिगत मतभेदों के चलते, इनकी जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव आए। आपने कई जोड़ियों को बड़े पर्दे पर रोमांस करते देखा होगा, लेकिन असल जिंदगी में उनके रिश्ते अलग होते हैं। जैसे करिश्मा कपूर और सैफ अली खान, जिन्होंने एक साथ काम किया और अब करीना कपूर के पति हैं। आज हम एक ऐसी अदाकारा के बारे में बात करेंगे, जिन्होंने अपनी अदाकारी से लाखों दिलों पर राज किया। उन्होंने 700 से अधिक फिल्मों में काम किया, लेकिन जब उनके पति ने उनकी बहन के साथ धोखा दिया, तो उनका दिल टूट गया।
यह कहानी 1916 की है, जब नासिक के येओला में अंबा का जन्म हुआ। उनके पिता रेशम और कपास के व्यापार में थे। इस अदाकारा ने महज 9 साल की उम्र में अपने करियर की शुरुआत की। उनकी पहली फिल्म का नाम था- हरिश्चंद्र। 1928 में आई इस फिल्म के बाद उन्होंने साइलेंट एरा में कई फिल्में कीं। हालांकि, वे अपने करियर के अंत तक काम करती रहीं। यह न तो रेखा हैं और न ही श्रीदेवी, तो जानिए यह अदाकारा कौन थीं?
एक थप्पड़ ने बदल दी थी पूरी जिंदगी
यह अदाकारा कोई और नहीं, बल्कि ललिता पवार थीं, जिन्हें टीवी की मंथरा के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने रामानंद सागर की रामायण में मंथरा का किरदार निभाया था। उनकी शुरुआत शानदार रही, लेकिन साल 1942 में एक घटना ने उनके करियर को बदल दिया। फिल्म जंग-ए-आज़ादी के एक सीन में मास्टर भगवान ने उन्हें जोरदार थप्पड़ मारा, जिससे ललिता पवार के चेहरे पर लकवा मार गया। उनकी बाईं आंख की नस फट गई, और तीन साल के इलाज के बाद उनकी आंख खराब हो गई। इसके बाद उन्हें कई लीड रोल छोड़कर कैरेक्टर रोल्स में आना पड़ा।
हालांकि, इस घटना ने उनकी नई यात्रा की शुरुआत की, जब वे विलेन के रूप में बड़े पर्दे पर आने लगीं। लेकिन असल जिंदगी में भी उनके लिए चीजें ठीक नहीं चल रही थीं, जिसने उन्हें बहुत दुखी किया।

ललिता की बहन ही बन बैठीं सौतन
यह कहानी उनकी शादी की है, जब उन्होंने गणपतराव पवार से विवाह किया। लेकिन कुछ समय बाद उनके पति ने उनकी बहन से शादी कर ली। इसके बाद, ललिता ने फिल्म निर्माता राजप्रकाश गुप्ता से विवाह किया, जो बॉम्बे के अंबिका स्टूडियो के निर्माता थे। उनका बेटा जय भी एक प्रोड्यूसर बना और उन्होंने मंजिल जैसी फिल्मों में काम किया।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज
ललिता पवार ने न केवल हिंदी, बल्कि मराठी और गुजराती सिनेमा में भी 700 से अधिक फिल्मों में काम किया है। उनके 70 साल से अधिक लंबे करियर के लिए उनका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है। उन्हें कॉमेडी ड्रामा अनारी में अपने प्रदर्शन के लिए फिल्मफेयर अवार्ड भी मिला। उनकी प्रमुख फिल्मों में अमृत, राम शास्त्री, दहेज, श्री 420, मिस्टर एंड मिसेज 55, अनाड़ी, जंगल, कोहरा, शराबी, गोपी, दर्पण, आज का ये घर, नशीब शेरनी शामिल हैं.
