लता मंगेशकर के गाने का जादू: शुभा खोटे की यादें

शुभा खोटे का अनुभव
इंटरनेट पर इन दिनों एक पुराना लता मंगेशकर का गाना Tadpaoge tadpa lo hum tadap tadap ke tumhare geet gayenge लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।
यह मनमोहक गाना 1959 में आई फिल्म Barkha का हिस्सा था, जिसे चित्रगुप्त ने संगीतबद्ध किया था। इस गाने में अनुभवी अभिनेत्री शुभा खोटे ने अभिनय किया था, जो अब 87 वर्ष की हैं।
उनसे बात करना एक अद्भुत अनुभव है।
उन्हें अपने गाने की अचानक बढ़ती लोकप्रियता का पता है। उन्होंने कहा, “मैं इसे अपना गाना नहीं कहूंगी। लेकिन हाँ, मुझे इसे स्क्रीन पर लिप-सिंक करने का सौभाग्य मिला। लता जी ने मेरे लिए गाया, जो मेरे लिए गर्व की बात है। आमतौर पर वह केवल नायिका के लिए गाती थीं, लेकिन इस बार उन्होंने मेरे लिए गाया, जबकि नायिका नंदा थीं। मुझे लगता है कि यह लता जी के चित्रगुप्त के साथ पारिवारिक संबंधों के कारण हुआ।”
क्या शुभा जी ने सोचा था कि गाना Tadpaoge tadpalo 66 साल बाद इतना लोकप्रिय होगा?
“कभी नहीं! यह एक चमत्कार है। इसका श्रेय लता जी को जाता है। उनके गाने कभी बूढ़े नहीं होते। हाल ही में उनके एक और गाने (Mere dil yeh pukare aaja फिल्म Nagin से) ने भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धूम मचाई। मुझे खुशी है कि युवा पीढ़ी ने Tadpaoge tadpalo को फिर से खोजा है, जब लोकप्रिय संगीत ने धुन से बहुत दूर चला गया है।”
शुभा खोटे, दिवंगत कॉमिक अभिनेता वीजू खोटे की बड़ी बहन हैं। उन्होंने अपने भाई के प्रति गहरी स्नेहभावना रखी और उनके निधन का दुख कभी नहीं भुला पाईं। “हम दोनों भाई-बहन इस पेशे में पैदा हुए थे। हमारे पिता नंदू खोटे एक पेशेवर थिएटर और फिल्म अभिनेता थे। उन्होंने चुप्पी के युग में भी फिल्में कीं। वीजू और मैं इस पेशे में पैदा हुए थे। जब हम Waqt Hamara Hai या Zabaan Sambhal Ke जैसे किसी फिल्म में साथ काम करते थे, तो हम भाई-बहन नहीं होते थे। हम सेट पर पूरी तरह से पेशेवर होते थे।”