रेखा का सिंदूर और करियर: एक दिलचस्प सफर

इस लेख में रेखा के सिंदूर भरने के पीछे के कारण और उनके फिल्मी करियर की चर्चा की गई है। रेखा ने अपने निजी जीवन के बारे में भी खुलकर बात की है, जिसमें उन्होंने बताया कि वे एक्टर नहीं बनना चाहती थीं। जानें उनके जीवन के अनकहे पहलू और हालिया परफॉर्मेंस के बारे में।
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रेखा का सिंदूर और करियर: एक दिलचस्प सफर

रेखा का सिंदूर भरने का कारण

रेखा का सिंदूर और करियर: एक दिलचस्प सफर


भारत की पूर्व राष्ट्रपति नीलम संजीवा रेड्डी ने रेखा से एक अनोखा सवाल पूछा, "आप अपनी मांग में सिंदूर क्यों लगाती हैं?" यह सवाल सुनकर सभी हैरान रह गए, क्योंकि रेखा की पहचान सिंदूर से जुड़ी हुई है। रेखा ने उत्तर दिया, "मेरे शहर में मांग में सिंदूर भरना एक सामान्य प्रथा है... यह वहां का एक फैशन है।"


रेखा का फिल्मी सफर

रेखा के करियर की बात करें तो उन्होंने कई प्रसिद्ध फिल्मों में काम किया है, जैसे नागिन (1976), मुकद्दर का सिकंदर (1978), मिस्टर नटवरलाल (1979), खूबसूरत (1980), उमराव जान (1981), और खून भरी मांग (1988)। रेखा हमेशा से मानती आई हैं कि वे केवल एक स्टार नहीं, बल्कि एक सच्ची कलाकार हैं। उनके लिए किसी भी भूमिका का महत्व है, न कि सिर्फ लीड रोल निभाने का।


सिमी ग्रेवाल के शो में रेखा का खुलासा

सिमी ग्रेवाल के शो में रेखा ने अपनी निजी जिंदगी के बारे में कई रोचक बातें साझा कीं। जब उनसे पूछा गया कि भानुरेखा क्या बनना चाहती थीं, तो उन्होंने कहा, "मैं एक्टर नहीं बनना चाहती थी। मेरा सपना था कि मैं शादी करके अपना घर बसाऊं।" रेखा ने यह भी बताया कि वे अपने दिल की बात कभी खुलकर नहीं कह पाईं। उनका कहना था कि वे हमेशा खुद को चुनौती देती आई हैं, जैसे हाल ही में आईफा अवार्ड 2024 में उनकी 24-25 मिनट की नॉन-स्टॉप परफॉर्मेंस।