रवीना टंडन ने साझा की बॉडी शेमिंग की कहानी

रवीना टंडन की यात्रा

रवीना टंडन
रवीना टंडन की बॉडी शेमिंग पर चर्चा: 90 के दशक की प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेत्री रवीना टंडन आज भी अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीत रही हैं। 52 वर्ष की उम्र में भी वह फिल्मों में सक्रिय हैं। उन्होंने उस समय कई हिट फिल्में दी थीं, लेकिन अब वह सहायक भूमिकाओं में नजर आती हैं। रवीना अपनी फिटनेस और सुंदरता के लिए भी जानी जाती हैं, लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि उन्हें भी बॉडी शेमिंग का सामना करना पड़ा था।
रवीना ने 16-17 साल की उम्र में फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा और जल्दी ही सफलता हासिल की। अभिनय के साथ-साथ, उन्होंने अपने नृत्य और आकर्षण से भी दर्शकों का दिल जीता। हालांकि, करियर की शुरुआत में उनका वजन अधिक था, जिसके कारण उनका मजाक उड़ाया जाता था। उन्हें ‘थंडर थाइज’ जैसे नामों से भी पुकारा गया।
पुरानी मैगजीन की आलोचना
2023 में एक साक्षात्कार के दौरान, रवीना ने अपने करियर के शुरुआती दिनों को याद किया। उन्होंने 90 के दशक की मैगजीन पर नाराजगी जताई और कहा कि वे अक्सर बेतुकी बातें लिखती थीं और नायकों की बातों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करती थीं।
बॉडी शेमिंग का अनुभव
रवीना ने कहा, “मुझे कई नामों से बुलाया गया, जैसे ‘थंडर थाइज’, ‘मिस ये’ और ‘मिस वो’, और कहा गया कि मेरा वजन 90 किलो था। उस समय मैं वास्तव में मोटी थी। मैंने 16 साल की उम्र में अपने करियर की शुरुआत की थी। लेकिन अब मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। मुझे अपने रूप में रहना पसंद है।”
अभिनय से पहले का सफर
रवीना टंडन, दिवंगत फिल्म निर्माता रवि टंडन की बेटी हैं। उन्होंने 10वीं कक्षा के बाद प्रसिद्ध विज्ञापन निर्देशक प्रहलाद कक्कड़ के साथ इंटर्नशिप की। इसके बाद, उन्होंने 1991 में फिल्म ‘पत्थर के फूल’ से अपने करियर की शुरुआत की और ‘मोहरा’, ‘केजीएफ 2’, ‘दिलवाले’, ‘लाडला’, ‘खिलाडियों का खिलाड़ी’, ‘जिद्दी’, ‘दूल्हे राजा’, ‘बड़े मियां छोटे मियां’ और ‘अनाड़ी नंबर 1’ जैसी कई सफल फिल्में कीं।