रजनीकांत की संघर्ष भरी कहानी: गरीबी से लेकर फिल्म इंडस्ट्री तक

रजनीकांत: संघर्ष और सफलता की कहानी
भारतीय सिनेमा के महानायक रजनीकांत ने अपने करियर में ऐसी ऊंचाइयों को छुआ है, जिनका सपना हर नया कलाकार देखता है। फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखने से पहले, रजनीकांत का जीवन कठिनाइयों से भरा हुआ था। उन्होंने ऑफिस बॉय, बस कंडक्टर और कुली के रूप में काम किया। इस दौरान एक ऐसा क्षण भी आया जब उन्होंने अपनी जिंदगी समाप्त करने के विचार किए।
सुसाइड के विचारों का सामना
एक इंटरव्यू में रजनीकांत ने बताया कि उन्होंने गरीबी का सामना बहुत करीब से किया है। उन्होंने कहा, "गरीबी के कारण मैंने कई तरह के काम किए, जैसे ऑफिस बॉय और कुली। एक समय ऐसा भी आया जब मैं इतना हताश हो गया था कि आत्महत्या के विचार मेरे मन में आए।"
अभिनय करियर की शुरुआत
रजनीकांत का असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है, और उनका जन्म 12 दिसंबर 1950 को बेंगलुरु में हुआ था। उन्होंने अपने माता-पिता को कम उम्र में खो दिया और फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखने से पहले कई छोटे-मोटे काम किए। एक अभिनेता बनने की ख्वाहिश ने उन्हें मद्रास फिल्म इंस्टीट्यूट में दाखिला लेने के लिए प्रेरित किया, जहां उन्होंने 1975 में फिल्म 'अपूर्वा रागंगल' से निगेटिव रोल में अपने करियर की शुरुआत की।
रजनीकांत की नई फिल्म 'जेलर 2'
हाल ही में रजनीकांत फिल्म 'कुली' में नजर आए थे, जो 350 करोड़ के बजट में बनी थी और जिसने वैश्विक स्तर पर 500 करोड़ से अधिक की कमाई की। अब, वह 'जेलर 2' में दिखाई देंगे, जो नेल्सन के निर्देशन में बनी है और जून 2026 में सिनेमाघरों में रिलीज होगी।