भारतीय रेलवे ने वेटिंग लिस्ट यात्रियों के लिए नई सुविधा शुरू की

नई टिकट स्थिति प्रणाली
भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एक महत्वपूर्ण बदलाव की घोषणा की है। अब वेटिंग लिस्ट में शामिल यात्रियों को उनकी टिकट की स्थिति ट्रेन के रवाना होने से 24 घंटे पहले ही पता चल जाएगी।
पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत
इससे पहले, यह जानकारी केवल 4 घंटे पहले उपलब्ध होती थी। रेलवे मंत्रालय ने बुधवार को इस नई व्यवस्था की जानकारी दी। इसका ट्रायल बीकानेर डिवीजन में 6 जून, 2025 से शुरू हो चुका है। यह कदम यात्रियों की अंतिम समय की अनिश्चितता को कम करने और यात्रा के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए उठाया गया है।
रेलवे बोर्ड की जानकारी
रेलवे बोर्ड के सूचना और प्रचार निदेशक दिलीप कुमार ने बताया कि, "हमने इस पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत बिकानेर डिवीजन में की है, जहां ट्रेन के रवाना होने से 24 घंटे पहले चार्ट तैयार किया जा रहा है।" उन्होंने कहा कि इस बदलाव का उद्देश्य यात्रियों की चिंताओं को दूर करना है, जो वेटिंग टिकट के कारण अपनी यात्रा की योजना को लेकर अनिश्चित रहते हैं।
टिकट रद्द करने पर जुर्माना
रेलवे अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि कोई यात्री कन्फर्म टिकट को रद्द करता है, तो उसे रिफंड में बड़ी कटौती का सामना करना पड़ सकता है।
वर्तमान कैंसिलेशन पॉलिसी
- अगर कोई कन्फर्म टिकट ट्रेन छूटने से 48 घंटे से 12 घंटे पहले रद्द किया जाता है, तो केवल 25 प्रतिशत राशि वापस मिलेगी।
- अगर 12 घंटे से 4 घंटे पहले रद्द किया जाए, तो 50 प्रतिशत राशि ही वापस मिलेगी।
- खाली सीटें तुरंत फिर से बुकिंग में जाएंगी
नई व्यवस्था के लाभ
पहले से निश्चितता: यात्रियों को ट्रेन के प्रस्थान से 24 घंटे पहले अपनी टिकट की स्थिति (कन्फर्म, आरएसी, या वेटिंग) पता चल जाएगी, जिससे वे अपनी यात्रा की बेहतर योजना बना सकेंगे।
आखिरी समय की परेशानी कम: चार्ट पहले तैयार होने से यात्रियों को अंतिम समय में होने वाली अनिश्चितता और तनाव से राहत मिलेगी।
वैकल्पिक व्यवस्था का समय: यदि टिकट कन्फर्म नहीं होता, तो यात्री समय रहते दूसरी ट्रेन या परिवहन के अन्य साधनों का चयन कर सकेंगे।
रेलवे प्रबंधन में सुधार: चार्ट पहले तैयार होने से रेलवे को सीट आवंटन और रिजर्वेशन प्रक्रिया को और व्यवस्थित करने में मदद मिलेगी।
यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी
हालांकि, यह ध्यान रखना आवश्यक है कि भारतीय रेलवे के मौजूदा नियमों के अनुसार, वेटिंग लिस्ट टिकट वाले यात्रियों को रिजर्व कोच (स्लीपर या एसी) में यात्रा करने की अनुमति नहीं है। ऐसे यात्री केवल जनरल कोच में यात्रा कर सकते हैं। यदि कोई यात्री वेटिंग टिकट के साथ रिजर्व कोच में यात्रा करता पाया जाता है, तो उसे अगले स्टेशन पर उतार दिया जाएगा और जुर्माना भी लगाया जा सकता है।