भारत में बुनियादी ढांचे में तेजी से हो रही प्रगति: नितिन गडकरी

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भारत अवसंरचना शिखर सम्मेलन 2025 में बुनियादी ढांचे की प्रगति पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि भारत में सड़क अवसंरचना में तेजी से विकास हो रहा है, जिसमें 10,000 किलोमीटर लंबे नए एक्सप्रेसवे का निर्माण शामिल है। गडकरी ने विकास और पर्यावरण के संतुलन की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला। एनएचएआई के प्रमुख ने पिछले दशक में हुई प्रगति के आंकड़े साझा किए, जिसमें निर्माण की गति और खर्च में वृद्धि शामिल है।
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भारत में बुनियादी ढांचे में तेजी से हो रही प्रगति: नितिन गडकरी

भारत अवसंरचना शिखर सम्मेलन 2025 में नितिन गडकरी का संबोधन

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को कहा कि किसी भी देश की वृद्धि के लिए बुनियादी ढांचा अत्यंत महत्वपूर्ण है, और भारत ने इस क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है।


गडकरी ने ‘भारत अवसंरचना शिखर सम्मेलन 2025’ के दौरान बताया कि सड़क अवसंरचना देश में सबसे तेजी से विकसित हो रहा क्षेत्र है। इसमें 10,000 किलोमीटर लंबे 25 नए एक्सप्रेसवे के विकास के लिए पांच लाख करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है।


उन्होंने कहा, "बुनियादी ढांचा किसी भी देश की वृद्धि की रीढ़ है और भारत ने इस क्षेत्र में अद्वितीय प्रगति की है। हम सड़क निर्माण में शहरी कचरे का उपयोग कर रहे हैं और हरित ईंधन, इलेक्ट्रिक वाहनों और 'स्क्रैपिंग' नीति को बढ़ावा दे रहे हैं।"


गडकरी ने आगे कहा, "हमारा दृष्टिकोण स्पष्ट है... विकास और पर्यावरण को एक साथ आगे बढ़ाना होगा। तीन 'पी' - पीपल (लोग), प्रॉस्पेरिटी (समृद्धि) और प्लेनेट (ग्रह) के मार्गदर्शन में हमारा लक्ष्य एक सुरक्षित, हरित और वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी भारत का निर्माण करना है।"


इस कार्यक्रम में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के मुख्य महाप्रबंधक सुनील जिंदल ने कहा कि पिछले दशक में एनएचएआई ने नई ऊंचाइयों को छुआ है। खर्च में सात गुना वृद्धि हुई है, निर्माण की गति 35 किलोमीटर प्रतिदिन हो गई है, और 50,000 किलोमीटर से अधिक राजमार्ग एवं 830 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं।


उन्होंने बताया कि एनएचएआई एक ऐसा राजमार्ग नेटवर्क बना रहा है जो आधुनिक और टिकाऊ है, और यह भारत के वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी एवं आत्मनिर्भर बनने के दृष्टिकोण के अनुरूप है।