ब्रायना लैफ़र्टी का चौंकाने वाला परलोक अनुभव: मृत्यु के बाद की चेतना

ब्रायना लैफ़र्टी, एक अमेरिकी महिला, ने अपने मृत्यु के बाद के अनुभव को साझा किया है, जिसमें उन्होंने चेतना और परलोक के बारे में अद्भुत खुलासे किए हैं। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने अपने मृत शरीर के ऊपर 'तैरते' हुए एक ऐसे क्षेत्र में प्रवेश किया जहाँ समय का कोई अस्तित्व नहीं था। लैफ़र्टी ने यह भी कहा कि मृत्यु एक भ्रम है और हमारी चेतना हमेशा जीवित रहती है। क्या आप भी मृत्यु के बाद जीवन में विश्वास करते हैं? जानें उनके अनुभव के बारे में और वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर।
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ब्रायना लैफ़र्टी का चौंकाने वाला परलोक अनुभव: मृत्यु के बाद की चेतना

एक अद्भुत अनुभव

ब्रायना लैफ़र्टी, एक अमेरिकी महिला, को आठ मिनट के लिए चिकित्सकीय रूप से मृत घोषित किया गया था। अब 33 वर्ष की उम्र में, उन्होंने परलोक के बारे में कुछ चौंकाने वाले अनुभव साझा किए हैं, जिसमें उन्होंने बताया कि वह अपने मृत शरीर के ऊपर 'तैरती' रहीं और एक ऐसे क्षेत्र में पहुंच गईं जहाँ समय का कोई अस्तित्व नहीं था।


बीमारी और अनुभव

लैफ़र्टी मायोक्लोनस डिस्टोनिया नामक एक गंभीर तंत्रिका विकार से ग्रसित थीं।


मृत्यु के बाद चेतना का अनुभव

उन्होंने बताया कि उन्हें एक आवाज़ सुनाई दी, जो पूछ रही थी कि क्या वह तैयार हैं, लेकिन इसके बाद सब कुछ अंधकार में चला गया। डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित किए जाने के बावजूद, लैफ़र्टी ने कहा कि उनकी चेतना जीवित रही।


लैफ़र्टी ने कहा, "मृत्यु एक भ्रम है क्योंकि हमारी आत्मा कभी नहीं मरती। हमारी चेतना हमेशा जीवित रहती है और हमारा सार केवल रूपांतरित होता है। मेरे विचार तुरंत परलोक में वास्तविकता का रूप लेते हैं।"


उन्होंने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा, "मैं अचानक अपने भौतिक शरीर से अलग हो गई थी। मैंने अपने मानव स्वरूप को न तो देखा और न ही याद किया। मैं पूरी तरह से स्थिर थी, फिर भी मैं पहले से कहीं अधिक जीवित और जागरूक महसूस कर रही थी। कोई दर्द नहीं था, केवल शांति और स्पष्टता की गहरी भावना थी।" लैफ़र्टी ने यह महसूस किया कि उनका सांसारिक अस्तित्व अंतिम नहीं है।


वैज्ञानिक दृष्टिकोण

मृत्यु के निकट के अनुभव (NDE) जटिल होते हैं, लेकिन वैज्ञानिक इन्हें समझने की कोशिश कर रहे हैं। 2022 में एक अध्ययन में यह दावा किया गया कि मानव मस्तिष्क जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं को तेजी से याद कर सकता है जब वे मृत्यु के कगार पर होते हैं। ये अनुभव अक्सर लोगों के जीवन पर गहरा प्रभाव डालते हैं और उन्हें मृत्यु और जीवन के अर्थ पर पुनर्विचार करने के लिए प्रेरित करते हैं।


क्या आप भी मृत्यु के बाद जीवन या चेतना के अस्तित्व में विश्वास करते हैं?