बॉबी देओल का 30 साल का सफर: संघर्ष से सफलता तक

बॉबी देओल का फिल्मी सफर

90 के दशक के रोमांटिक हीरो बॉबी देओल की शानदार वापसीImage Credit source: सोशल मीडिया
बॉबी देओल का 30 साल का सफर: बॉबी देओल ने 30 साल पहले बॉलीवुड में कदम रखा था। वे प्रसिद्ध अभिनेता धर्मेंद्र के बेटे और सनी देओल के छोटे भाई हैं। यह तीन दशकों का सफर उनके लिए एक रोलरकोस्टर की तरह रहा है। 6 अक्टूबर 2025 को बॉबी ने फिल्म इंडस्ट्री में अपने 30 साल पूरे किए। 1995 में ‘बरसात’ से अपने करियर की शुरुआत करने वाले बॉबी ने इस दौरान कई हिट फिल्में दीं और कठिन समय भी देखा। एक समय ऐसा आया जब उन्होंने सोचा कि उनका करियर खत्म हो गया है, लेकिन उन्होंने संघर्ष जारी रखा और वापसी की, जो किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं है।
पिता धर्मेंद्र और भाई सनी देओल की विरासत को आगे बढ़ाते हुए, बॉबी ने अपने करियर में कई दिलचस्प भूमिकाएं निभाईं। उनका असली नाम विजय सिंह देओल है, लेकिन वे बॉबी के नाम से मशहूर हैं। उनका डेब्यू बहुत भव्य था।
स्टारडम की शुरुआत
‘बरसात’ से मिली रातों-रात पहचान
1995 में राजकुमार संतोषी द्वारा निर्देशित फिल्म ‘बरसात’ से बॉबी देओल ने हीरो के रूप में कदम रखा। उनके साथ ट्विंकल खन्ना थीं। लंबे घुंघराले बाल और मासूमियत भरा चेहरा लेकर आए बॉबी ने तुरंत ही युवाओं का दिल जीत लिया। अपने शुरुआती दिनों को याद करते हुए, बॉबी ने कहा, “जब ‘बरसात’ रिलीज़ हुई, तो लोग मुझे देखकर पागल हो जाते थे। ऐसा लगता था जैसे मेरी किस्मत रातों-रात बदल गई हो, लेकिन मैं उस स्टारडम को संभाल नहीं पाया क्योंकि मैं बहुत शर्मीला था।”
रोमांटिक एक्शन हीरो की पहचान
रोमांटिक एक्शन हीरो बन गए थे बॉबी देओल
‘बरसात’ के बाद, ‘गुप्त’, ‘सोल्जर’, और ‘बादल’ जैसी हिट फिल्मों ने बॉबी को 90 के दशक के सबसे बड़े एक्शन-रोमांटिक हीरो बना दिया। खासकर प्रीती जिंटा के साथ आई फिल्म ‘सोल्जर’ में उनका स्टाइल और एक्शन आज भी याद किया जाता है।
संघर्ष का दौर
संघर्ष और असफलता का समय
2000 में बॉबी के करियर का ग्राफ तेजी से गिरने लगा। उनकी फिल्में नहीं चल रही थीं और उन्हें अच्छे किरदार नहीं मिल रहे थे। स्टारडम की चमक फीकी पड़ने लगी थी। यह वह समय था जब बॉबी ने अपने जीवन का सबसे बड़ा संघर्ष देखा। उन्हें लगभग 6 साल तक घर पर बैठना पड़ा, और यह एक अभिनेता के लिए बहुत बड़ा झटका था।
काम की कमी और मानसिक स्वास्थ्य
काम नहीं मिल रहा था
एक इंटरव्यू में बॉबी ने उस कठिन समय का जिक्र करते हुए कहा कि यह सबसे मुश्किल वक्त था। वह घर पर रहते थे, बेटे को स्कूल छोड़ने जाते थे, और सोचते थे कि उनकी जिंदगी बस इतनी ही है। उन्हें कोई काम नहीं मिल रहा था और उन्हें लगता था कि फिल्म इंडस्ट्री अब उनके लिए खत्म हो चुकी है।
डिप्रेशन और वापसी
डिप्रेशन, शराब और हिम्मत की कमी
काम की कमी के कारण बॉबी गहरे डिप्रेशन में चले गए। इस दौरान उन्होंने शराब का सहारा लेना शुरू कर दिया। उनकी पत्नी तान्या ने इस कठिन समय में उनका सबसे बड़ा सहारा बनीं। बॉबी ने कहा कि वह रोज शराब पीकर उठते थे और सोचते थे कि उन्हें क्या हो गया है।
फिल्म इंडस्ट्री में वापसी
‘रेस 3’ से शानदार वापसी
बॉबी के इस कठिन सफर में उनके भाई सनी देओल और दोस्त सलमान खान ने मदद की। 2018 में सलमान ने उन्हें अपनी फिल्म ‘रेस 3’ में मौका दिया। बॉबी ने बताया कि सलमान ने उन्हें फोन किया और कहा, “मामू! शर्ट उतारेगा?” यह मौका उनके लिए एक नई शुरुआत साबित हुआ। इसके बाद उन्होंने वेब सीरीज की ओर रुख किया और ‘क्लास ऑफ 83’ और ‘आश्रम’ में अपने किरदार से नई पहचान बनाई।
लॉर्ड बॉबी का सफर
बॉबी से ‘लॉर्ड बॉबी’ बनने की कहानी
आज बॉबी देओल को ‘लॉर्ड बॉबी’ के नाम से जाना जाता है। यह नाम सोशल मीडिया पर उनके मीम्स से शुरू हुआ, जहां उन्हें ‘लॉर्ड बॉबी’ कहा जाता था। यह नाम धीरे-धीरे एक ट्रेंड बन गया। बॉबी का 30 साल का यह सफर हमें सिखाता है कि संघर्ष कितना भी लंबा हो, अगर हिम्मत और जुनून है, तो शानदार वापसी संभव है।