फिल्म 'हम हो गए आपके' की समीक्षा: एक निराशाजनक रोमांस

फिल्म 'हम हो गए आपके' एक नाटकीय प्रेम कहानी है जिसमें टीवी अभिनेता महेश ठाकुर और नवोदित रीमा सेन मुख्य भूमिका में हैं। कहानी में एक दुल्हन को अपने प्रेमी के बजाय एक प्लेबॉय के साथ रहने के लिए मजबूर होना पड़ता है। हालांकि फिल्म की गति तेज है, लेकिन इसकी प्रस्तुति और कहानी में गहराई की कमी है। निर्देशक अहातियन की यह फिल्म दर्शकों को निराश करती है। जानें इस फिल्म के बारे में और क्या खास है।
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फिल्म 'हम हो गए आपके' की समीक्षा: एक निराशाजनक रोमांस

कहानी का सारांश

इस नाटकीय फिल्म में, टीवी अभिनेता महेश ठाकुर, जो शायद अजय देवगन के किरदार से प्रेरित हैं, अपनी मंगेतर से कहते हैं कि वह अपने प्रेमी के साथ चली जाए, जो बाहर एक सफेद कार में इंतजार कर रहा है।


चौंकी हुई दुल्हन चाँदनी (नवोदित रीमा सेन), जो थोड़ी बहुत ऐश्वर्या राय की तरह दिखती हैं, इस अजीब प्रस्ताव को स्वीकार कर लेती हैं। लेकिन कार में मौजूद व्यक्ति उसका प्रेमी मोहन (अपूर्व अग्निहोत्री) नहीं, बल्कि उसका बॉस और दोस्त, प्लेबॉय ऋषि (फर्दीन खान) है, जो प्रेमियों को एक साथ लाने का प्रयास कर रहा है।


एक भावुक पारिवारिक संकट के बाद, शादी नहीं होती और लड़की को प्लेबॉय और उसके पिता सुरेश ओबेरॉय के घर मेहमान के रूप में रहने के लिए मजबूर होना पड़ता है।


फिल्म की गति तेज है, लेकिन इसका रोमांस अंततः निराशाजनक और तर्कहीन है। निर्देशक अहातियन ने अपनी पिछली फिल्म 'सिर्फ तुम' से कई तत्व उधार लिए हैं, लेकिन 'हम हो गए आपके' अपनी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरती।


प्रस्तुति और प्रदर्शन

फिल्म की प्रस्तुति में नवाचार की कमी नहीं है, बल्कि कहानी में गहराई की कमी है। निर्देशक ने अच्छे दिखने वाले लोगों को खूबसूरत सेट पर रखा है, लेकिन इससे फिल्म की गुणवत्ता में सुधार नहीं हुआ।


इस युवा प्रेम कहानी में सुष्मिता सेन जैसी कोई चमक नहीं है। रीमा सेन, जो एक आत्मनिर्भर कामकाजी लड़की का किरदार निभा रही हैं, अधिकांश समय बिना भाव के नजर आती हैं।


नदीम-श्रवण द्वारा संगीत और नृत्य भी निम्न स्तर के हैं, जो इस कहानी को और भी कमजोर बनाते हैं।


कुल मिलाकर, अहातियन की दूसरी हिंदी फिल्म एक बड़ा निराशाजनक अनुभव है।