प्रणित मोरे: बिग बॉस 19 का चुप्पा गेम चेंजर

बिग बॉस 19 में प्रणित मोरे ने अपनी चुप्पी और चालाकी से सबको चौंका दिया है। डेंगू से लौटने के बाद, उन्होंने अपने निर्णयों से खेल को पलट दिया है। जानें उनके मास्टरस्ट्रोक और कैसे वह इस सीजन के सबसे बड़े 'गेम चेंजर' बन सकते हैं। क्या वह ट्रॉफी जीतेंगे? जानने के लिए पढ़ें पूरा लेख।
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प्रणित मोरे: बिग बॉस 19 का चुप्पा गेम चेंजर

प्रणित मोरे का बिग बॉस में जलवा

प्रणित मोरे: बिग बॉस 19 का चुप्पा गेम चेंजर

डेंगू से वापसी के बाद प्रणित मोरे का जलवाImage Credit source: सोशल मीडिया

प्रणित मोरे का बिग बॉस में प्रदर्शन: सलमान खान के शो ‘बिग बॉस 19’ में इस बार एक खिलाड़ी धीरे-धीरे, लेकिन बेहद चालाकी से खेल रहा है, वह है स्टैंड-अप कॉमेडियन प्रणित मोरे। घर में तान्या मित्तल, अमाल मलिक और फरहाना भट्ट जैसे तेज आवाज वाले प्रतियोगियों के बीच, प्रणित हमेशा शांत और मुस्कुराते हुए नजर आते हैं। हाल ही में उनके एक निर्णय ने पूरे घर और सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है।

दर्शक अब प्रणित को केवल एक कॉमेडियन नहीं, बल्कि एक ‘डार्क हॉर्स’ के रूप में देख रहे हैं। डार्क हॉर्स वह खिलाड़ी होता है, जिसे कोई गंभीरता से नहीं लेता और अचानक वह सबको पीछे छोड़ देता है। प्रणित भी बिग बॉस का वही ‘डार्क हॉर्स’ हैं, जो सभी के साथ दोस्ती निभाते हैं, लेकिन सही समय पर सबसे बड़ा खेल करके ट्रॉफी अपने नाम कर लेते हैं। आइए जानते हैं कि डेंगू से लौटने के बाद प्रणित मोरे क्यों इस सीजन के सबसे बड़े ‘गेम चेंजर’ बन सकते हैं और इसके पीछे के तीन बड़े उदाहरण क्या हैं।

प्रणित मोरे: बिग बॉस 19 का चुप्पा गेम चेंजर

1. सही मौके पर सही निर्णय लेना

प्रणित मोरे की ‘डार्क हॉर्स’ पहचान उनके हालिया एविक्शन पावर के उपयोग से स्पष्ट हुई। वीकेंड का वार में सलमान खान ने उन्हें एक विशेष शक्ति दी थी। उन्हें अभिषेक बजाज, अशनूर कौर और नीलम गिरी में से किसी एक को एविक्शन से बचाना था। सभी को लगा कि प्रणित अपने दोस्त अभिषेक को बचाएंगे, लेकिन उन्होंने सभी को चौंका दिया। उन्होंने अभिषेक को न बचाकर, अशनूर को बचाया, जिसके बाद अभिषेक और नीलम दोनों बाहर हो गए। इस निर्णय ने उनके टॉप 6 में स्थान को लगभग सुनिश्चित कर दिया है।

प्रणित ने अपने निर्णय को इस तरह से सही ठहराया कि उन्होंने ‘योगदान’ नहीं, बल्कि ‘वैल्यू’ के आधार पर अशनूर को चुना। यदि यह सच है, तो वह एक अच्छे खिलाड़ी के साथ-साथ एक अच्छे इंसान भी साबित होते हैं।

2. अपने टैलेंट का सही उपयोग

प्रणित की सबसे बड़ी ताकत उनकी स्टैंड अप कॉमेडी और शांत स्वभाव है। जहां अन्य प्रतियोगी हर बात पर चिल्लाते हैं, वहीं प्रणित शांति से सबको देखते हैं और सही समय पर अपनी कॉमेडी का जादू बिखेरते हैं। ‘द प्रणित मोरे शो’ घर का सबसे लोकप्रिय सेगमेंट बन चुका है। इस शो में वह घरवालों को रोस्ट करते हैं, लेकिन इतनी चतुराई से कि किसी को बुरा नहीं लगता। एक रियलिटी शो में 15 मिनट का स्क्रीन टाइम मिलना किसी भी कलाकार के लिए बहुत बड़ी बात है।

3. आम आदमी से जुड़ाव

प्रणित मोरे का यह सफर खास है क्योंकि उन्होंने अपनी व्यक्तिगत कमजोरियों को गेम की ताकत बना लिया है। वह घर में किसी सुपरस्टार की तरह नहीं रहते और न ही डिजाइनर कपड़े पहनते हैं। उनकी आम आदमी जैसी पर्सनालिटी लोगों को उनसे जोड़ रही है। हाल ही में उन्होंने अशनूर कौर से बात करते हुए बताया कि बचपन में उन्हें अपने सांवले रंग और सही इंग्लिश न बोल पाने के कारण मज़ाक का सामना करना पड़ा था। इस इमोशनल खुलासे के बाद, प्रणित ने यह भी कहा कि इसीलिए वह शो में कभी किसी को बॉडी-शेम या हर्ट करने वाली बातें नहीं कहते।

धीरे चलो, लेकिन वार ऐसा करो कि विरोधी टिक न पाए! डेंगू के कारण घर से बाहर जाकर वापस आना, उससे पहले घर की कैप्टेंसी जीतना, और अपने सबसे बड़े प्रतियोगी अभिषेक को बाहर का रास्ता दिखाना—ये सब एक ‘डार्क हॉर्स’ की पहचान हैं। जब घर में सभी चिल्ला रहे हैं, तब प्रणित अपने शांत दिमाग से लिए गए निर्णयों से खेल को पलट रहे हैं। यदि ऐसा ही चलता रहा, तो 7 दिसंबर को होने वाले ग्रैंड फिनाले में प्रणित मोरे न केवल अपनी जगह बना सकते हैं, बल्कि ट्रॉफी भी अपने नाम कर सकते हैं। बाकी तो अब जनता और बिग बॉस ही तय करेंगे।