पंकज धीर का महाभारत में कर्ण का किरदार: एक अनकही कहानी

पंकज धीर, जो महाभारत में कर्ण के किरदार के लिए प्रसिद्ध थे, का हाल ही में निधन हो गया। इस लेख में हम उनके जीवन, करियर और महाभारत में उनके किरदार के पीछे की अनकही कहानी पर चर्चा करेंगे। जानें कैसे उन्होंने अर्जुन का किरदार ठुकराया और कर्ण का रोल निभाने का अवसर पाया।
 | 
पंकज धीर का महाभारत में कर्ण का किरदार: एक अनकही कहानी

पंकज धीर का निधन और महाभारत में उनकी भूमिका

प्रसिद्ध अभिनेता पंकज धीर, जिन्होंने कई बॉलीवुड फिल्मों और धारावाहिकों में काम किया, का हाल ही में निधन हो गया। उनका निधन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के कारण हुआ, जिससे उनके प्रशंसकों और परिवार को गहरा सदमा लगा है। 68 वर्षीय पंकज ने छोटे और बड़े पर्दे पर कई वर्षों तक अभिनय किया, लेकिन उन्हें असली पहचान बीआर चोपड़ा के मशहूर धारावाहिक महाभारत से मिली।


महाभारत में पंकज ने कर्ण का एक अद्वितीय किरदार निभाया, जो दर्शकों के दिलों में बस गया। हालांकि, पहले उन्हें अर्जुन का किरदार निभाने का प्रस्ताव दिया गया था, जिसके लिए उन्होंने अनुबंध भी साइन किया था। लेकिन जब उन्हें अपनी मूंछें कटवाने के लिए कहा गया, तो उन्होंने मना कर दिया, जिसके चलते उन्हें महाभारत से बाहर कर दिया गया।


अर्जुन के किरदार के लिए अनुबंध

2023 में एक साक्षात्कार में, पंकज ने बताया कि जब उन्होंने ऑडिशन दिया था, तो डायलॉग लेखक राही मासूम रजा और अन्य ने उन्हें अर्जुन के लिए उपयुक्त माना। उन्होंने इस पर सहमति जताई और अनुबंध पर हस्ताक्षर किए।


महाभारत से बाहर होने का अनुभव

पंकज ने आगे कहा कि एक दिन बीआर चोपड़ा ने उन्हें बुलाया और बताया कि उन्हें अर्जुन के किन्नर रूप बृहन्नला का किरदार भी निभाना होगा, जिसके लिए मूंछें कटवानी होंगी। उन्होंने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया, जिसके बाद चोपड़ा ने उन्हें महाभारत से बाहर कर दिया।


पंकज ने कहा, 'यह मेरी बड़ी गलती थी, लेकिन उस समय मैं इसे समझ नहीं पाया। चोपड़ा साहब ने मुझसे कहा कि मैं इस दरवाजे से बाहर जाऊं और वापस न आऊं।'


कर्ण का किरदार: एक नया मोड़

इसके बाद, पंकज छह महीने तक भटकते रहे। अंततः, चोपड़ा ने उन्हें फिर से बुलाया और पूछा कि क्या वह कर्ण का किरदार निभा सकते हैं। पंकज ने पूछा, 'क्या मुझे अपनी मूंछें कटवानी होंगी?' चोपड़ा ने कहा नहीं, और इस तरह उन्हें कर्ण का किरदार निभाने का अवसर मिला।