दुल्हन की रहस्यमय गुमशुदगी: पति ने हाईकोर्ट में लगाई गुहार

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक दुल्हन की गुमशुदगी का मामला सामने आया है, जिसमें पति ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। शादी के 13 दिन बाद दुल्हन के पिता उसे मायके ले गए और उसके बाद से उसका कोई पता नहीं चला। पति ने पुलिस से मदद मांगी, लेकिन कोई सहयोग नहीं मिला। जानिए इस रहस्यमय मामले में हाईकोर्ट ने क्या आदेश दिया है और पति की चिंताएं क्या हैं।
 | 
दुल्हन की रहस्यमय गुमशुदगी: पति ने हाईकोर्ट में लगाई गुहार

दुल्हन के गायब होने की अनोखी कहानी

दुल्हन की रहस्यमय गुमशुदगी: पति ने हाईकोर्ट में लगाई गुहार


सूरज बंजारे और मुंगेली की एक युवती के बीच गहरी दोस्ती थी, जो बाद में प्यार में बदल गई। दोनों ने 15 मई को रायपुर के आर्य समाज मंदिर में शादी की। लेकिन, शादी के केवल 13 दिन बाद, दुल्हन के पिता उसे अपने साथ ले गए, यह कहते हुए कि वह उसे कुछ दिनों के लिए मायके ले जा रहे हैं। इसके बाद से दुल्हन का कोई पता नहीं चला।


पति ने अपनी पत्नी को खोजने की हर संभव कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसकी मदद नहीं की। अंततः, सूरज ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया।


हाईकोर्ट ने एसपी को निर्देश दिया कि 28 अगस्त तक दुल्हन को खोजकर कोर्ट में पेश किया जाए। यह मामला छत्तीसगढ़ के बिलासपुर का है।


सूरज का आरोप है कि 28 मई को युवती के परिजन उससे मिलने आए और उसे जबरन अपने साथ ले गए।


पत्नी की तलाश में सूरज की कोशिशें

सूरज ने बताया कि उसकी पत्नी घर लौटने वाली थी, लेकिन जब वह नहीं आई, तो उसने उसकी खोज शुरू की। युवती के परिजन भी कोई जानकारी नहीं दे रहे थे। सूरज ने पुलिस में शिकायत की, लेकिन वहां भी उसे सहयोग नहीं मिला।


एक महीने पहले, सूरज ने हाईकोर्ट में बंदी-प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की, जिसमें उसने कहा कि युवती के परिजन उसे नहीं मिलाने को तैयार हैं। सूरज को डर है कि उसकी पत्नी के साथ कुछ बुरा हो सकता है।


याचिकाकर्ता के वकील ने कोर्ट को बताया कि युवती की जिंदगी को खतरा हो सकता है, इसलिए उसे तुरंत बरामद कर कोर्ट में पेश किया जाना चाहिए।


हाईकोर्ट का आदेश

हाईकोर्ट ने इस मामले को गंभीरता से लिया और मुंगेली एसपी को निर्देश दिया कि वह हर संभव प्रयास करें और युवती को 28 अगस्त तक कोर्ट में पेश करें। इसके साथ ही, युवती के पिता को भी उपस्थित होने के लिए कहा गया है।