जापान में भारतीय पर्यटकों के लिए UPI भुगतान की सुविधा शुरू

भारत की UPI तकनीक का वैश्विक विस्तार

भारत में लगभग 49.1 करोड़ UPI उपयोगकर्ता हैं.
भारतीय पर्यटक अब जापान में अपने मोबाइल फोन के माध्यम से UPI ऐप का उपयोग करके डिजिटल भुगतान कर सकेंगे। इसके लिए, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की अंतरराष्ट्रीय शाखा NIPL ने NTT DATA Japan के साथ एक समझौता किया है। यह समझौता दर्शाता है कि भारत की UPI तकनीक अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रही है और यह लेनदेन को सरल और सुविधाजनक बना रही है।
इस समझौते के तहत, NTT DATA से जुड़े व्यापारी अब भारतीय पर्यटकों से UPI भुगतान स्वीकार करेंगे। इसका मतलब है कि भारतीय पर्यटक QR कोड स्कैन करके सीधे अपने मोबाइल से भुगतान कर सकेंगे। इसका उद्देश्य लोगों को नकद या फॉरेक्स कार्ड पर निर्भर नहीं रहने देना और उनकी खरीदारी को सरल बनाना है।
जापान में लाखों भारतीय पर्यटक
NTT DATA Japan के पेमेंट प्रमुख मसानोरी कुरिहारा ने कहा कि UPI भुगतान की सुविधा शुरू होने से भारतीय पर्यटक आसानी से खरीदारी कर सकेंगे और जापानी दुकानदारों को नए ग्राहक मिलेंगे। यह कदम ऐसे समय में आया है जब भारत से जापान जाने वाले पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। जनवरी से अगस्त 2025 के बीच 2 लाख 8 हजार से अधिक भारतीय पर्यटक जापान गए। यह साझेदारी जापान के पर्यटन क्षेत्र को मजबूत करेगी और भारतीय यात्रियों को एक सुरक्षित और परिचित डिजिटल भुगतान विकल्प प्रदान करेगी।
ये भी पढ़ें- बिना फोन और पिन के होगा UPI, पेमेंट की कौन सी सुविधा लेकर आया NPCI?
UPI की उपलब्धता अन्य देशों में
यह पहली बार होगा जब पूर्वी एशिया में UPI सेवा शुरू की जाएगी। वर्तमान में, भारतीय यात्री फ्रांस, UAE, नेपाल, मॉरिशस, पेरू, सिंगापुर, श्रीलंका, कतर और भूटान जैसे देशों में UPI से भुगतान कर सकते हैं। NTT DATA Japan जापान की सबसे बड़ी कार्ड पेमेंट नेटवर्क CAFIS का संचालन करती है, जो देशभर के बैंकों, दुकानों और एटीएम को जोड़ती है। अब इस नेटवर्क में UPI लेनदेन को भी जोड़ा जाएगा, जिससे भारतीयों के लिए भुगतान प्रक्रिया और भी सरल हो जाएगी।
भारत में UPI का उपयोग
जुलाई 2025 तक, भारत में लगभग 49.1 करोड़ लोग UPI का उपयोग कर रहे हैं और 65 लाख व्यापारी इससे जुड़े हुए हैं। यह भारत को डिजिटल भुगतान क्षेत्र में अग्रणी बनाता है। UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) भारत में सभी डिजिटल लेनदेन का लगभग 85% हिस्सा है और वैश्विक रियल-टाइम डिजिटल भुगतान का लगभग आधा हिस्सा भारत से आता है। UPI की लोकप्रियता का मुख्य कारण इसकी सरलता, पहुंच और सुरक्षा है। यह प्रणाली लोगों को एक-दूसरे के बीच पैसे भेजने या दुकानदारों को भुगतान करने की सुविधा देती है। चाहे वह खरीदारी हो, बिल का भुगतान हो या कोई ऑनलाइन सेवा।