चांदी की कीमतों में अभूतपूर्व वृद्धि: बिटकॉइन और सोने को पीछे छोड़ा

चांदी की कीमतों में अभूतपूर्व वृद्धि

इस वर्ष चांदी ने 80% से अधिक का रिटर्न दिया है।
बुधवार को, चांदी की कीमतों ने नई दिल्ली से लेकर न्यूयॉर्क तक हलचल मचा दी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी की कीमत पहली बार 50 डॉलर प्रति ओंस के पार पहुंच गई। वहीं, दिल्ली के सर्राफा बाजार में चांदी की कीमत 1.63 लाख रुपए तक पहुंच गई। यह एक महत्वपूर्ण घटना है, क्योंकि चांदी वर्तमान में प्लेटिनम के बाद दूसरा सबसे बड़ा निवेश विकल्प है, जिसने 2025 में 80% से अधिक का रिटर्न दिया है। उल्लेखनीय है कि न तो शेयर बाजार, न ही सोना और न ही बिटकॉइन इस तरह का प्रदर्शन कर सके हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि भविष्य में चांदी की कीमतों में और वृद्धि हो सकती है। इसका कारण उत्पादन में कमी और औद्योगिक मांग में वृद्धि है। इसके अलावा, सिल्वर ईटीएफ की मांग भी बढ़ रही है। जियो-पॉलिटिकल और आर्थिक अनिश्चितताएं भी इस पर प्रभाव डाल रही हैं। डॉलर इंडेक्स में गिरावट और फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना भी बनी हुई है।
हालांकि, देश के वायदा बाजार में चांदी की कीमतें रिकॉर्ड उच्च स्तर से लगभग 7,500 रुपए नीचे आ चुकी हैं, लेकिन इसे शॉर्ट टर्म प्रॉफिट बुकिंग माना जा रहा है। आइए जानते हैं कि चांदी ने शेयर बाजार, बिटकॉइन और सोने को कैसे पीछे छोड़ा है। साथ ही, रिटर्न देने के मामले में चांदी प्लेटिनम के मुकाबले कितनी पीछे है।
चांदी ने कितना दिया रिटर्न
चांदी ने कितना दिया रिटर्न
दिल्ली में चांदी की कीमतें 9 अक्टूबर को 1.63 लाख रुपए पर पहुंच गईं, जिसमें 6,000 रुपए की वृद्धि हुई। इस वर्ष चांदी की कीमतों में 73,300 रुपए की वृद्धि हुई है। पिछले साल के अंतिम कारोबारी दिन चांदी की कीमत 89,700 रुपए प्रति किलोग्राम थी। इसका मतलब है कि इस वर्ष चांदी की कीमतों में लगभग 82% की वृद्धि हुई है।
बिटकॉइन की कीमतों में वृद्धि
बिटकॉइन के दाम में 32 फीसदी का इजाफा
दूसरी ओर, बिटकॉइन की कीमतों में इस वर्ष लगभग 32% की वृद्धि हुई है। पिछले साल के अंतिम कारोबारी दिन बिटकॉइन की कीमत एक लाख डॉलर से नीचे थी, लेकिन 9 अक्टूबर को यह 1,23,354.87 डॉलर पर पहुंच गई। इसका मतलब है कि इस वर्ष बिटकॉइन की कीमत में 32% की वृद्धि हुई है।
सोने की तुलना में चांदी का प्रदर्शन
रिटर्न देने के मामले में गोल्ड भी पीछे
सोने की कीमतें दिल्ली सर्राफा बाजार में रिकॉर्ड 1,26,600 रुपए पर हैं। पिछले साल के अंतिम कारोबारी दिन सोने की कीमत 78,950 रुपए प्रति दस ग्राम थी। इसका मतलब है कि सोने की कीमत में 47,650 रुपए प्रति दस ग्राम की वृद्धि हुई है, जिससे निवेशकों को इस वर्ष 60% का रिटर्न मिला है।
शेयर बाजार का प्रदर्शन
शेयर बाजार भी चांदी के सामने कुछ नहीं

इस वर्ष शेयर बाजार ने निवेशकों को कोई खास रिटर्न नहीं दिया है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स ने केवल 5% का रिटर्न दिया है। पिछले साल के अंतिम कारोबारी दिन सेंसेक्स 78,139.01 अंकों पर था, जो 9 अक्टूबर को 82,172.10 अंकों पर पहुंचा। वहीं, निफ्टी ने 6.50% का रिटर्न दिया है।
प्लेटिनम का प्रदर्शन
प्लेटिनम ने दिया सबसे ज्यादा रिटर्न
प्लेटिनम ने निवेशकों को 87% का रिटर्न दिया है। पिछले साल के अंतिम कारोबारी दिन प्लेटिनम की कीमत 903.83 डॉलर प्रति ओंस थी, जो 9 अक्टूबर को बढ़कर 1,694.10 डॉलर प्रति ओंस तक पहुंच गई।
विशेषज्ञों की राय
क्या कहते हैं जानकार?
वेल्थ मैनेजमेंट के निदेशक अनुज गुप्ता ने कहा कि चांदी की कीमतों में आने वाले दिनों में तेजी देखने को मिल सकती है। उन्होंने बताया कि वैश्विक स्तर पर आपूर्ति कम है और औद्योगिक मांग में वृद्धि हो रही है। इसके अलावा, जियो-पॉलिटिकल तनाव और आर्थिक संकट के कारण भी कीमती धातुओं की मांग बढ़ रही है। साल के अंत तक चांदी की कीमतें निवेशकों को डबल से अधिक रिटर्न दे सकती हैं।
वायदा बाजार में गिरावट
वायदा बाजार में बड़ी गिरावट
10 अक्टूबर को वायदा बाजार में चांदी की कीमतों में बड़ी गिरावट देखी गई। कारोबारी सत्र के दौरान चांदी की कीमतें रिकॉर्ड स्तर से लगभग 9,000 रुपए कम हो गईं। 9 अक्टूबर को चांदी की कीमत 1,53,388 रुपए थी, जो 10 अक्टूबर को घटकर 1,44,418 रुपए हो गई। इसका मतलब है कि चांदी की कीमतों में 8,970 रुपए प्रति किलोग्राम की गिरावट आई है। वर्तमान समय में चांदी के दाम 800 रुपए की गिरावट के साथ 1,45,524 रुपए प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रहे हैं।