गोविंदा की नेटवर्थ और तलाक की स्थिति: जानें क्या है मामला

गोविंदा की पर्सनल लाइफ में हलचल
गोविंदा: बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता गोविंदा इन दिनों अपनी निजी जिंदगी के कारण चर्चा में हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, उनकी पत्नी सुनीता आहूजा ने तलाक के लिए अर्जी दाखिल की है। गोविंदा ने अपने करियर में 165 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया है और 90 के दशक से लेकर 2000 तक वे दर्शकों के दिलों पर राज करते रहे हैं।
गोविंदा की कमाई का स्रोत
कॉमेडी, रोमांस और डांस के जरिए उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाई। फिल्मों के अलावा, टीवी शो और ब्रांड एंडोर्समेंट्स से भी उन्होंने अच्छी खासी कमाई की है। आइए जानते हैं गोविंदा की कुल संपत्ति के बारे में……
गोविंदा की नेटवर्थ
कितनी है गोविंदा की नेटवर्थ?
हालिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गोविंदा की कुल संपत्ति लगभग ₹170 करोड़ आंकी गई है। उनकी आय का मुख्य स्रोत फिल्में, विज्ञापन और रियल एस्टेट निवेश हैं। एक समय में वे प्रति फिल्म ₹5–6 करोड़ तक की फीस लेते थे और आज भी ब्रांड एंडोर्समेंट से अच्छी कमाई कर रहे हैं।

मुंबई के जूहु में उनका एक शानदार बंगला है, जिसकी कीमत लगभग ₹16 करोड़ है। इसके अलावा, उनके पास माध आइलैंड, रुया पार्क और लखनऊ में भी आलीशान प्रॉपर्टीज़ हैं। कोलकाता और रायगढ़ में भी उनके पास घर और फार्महाउस हैं। उनकी कारों की कलेक्शन में मर्सिडीज, BMW, फोर्ड एंडेवर, टोयोटा फॉर्च्यूनर और ह्यूंदै क्रेटा जैसी लग्ज़री गाड़ियाँ शामिल हैं।

तलाक के बाद एलिमनी की संभावनाएँ
तलाक के बाद कितनी देनी होगी एलिमनी
हाल ही में खबरें आई हैं कि गोविंदा की पत्नी सुनीता आहूजा ने बांद्रा फैमिली कोर्ट में तलाक की याचिका दायर की है। उन्होंने मानसिक उत्पीड़न और अन्य महिलाओं के साथ संबंधों जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। अब सवाल यह है कि यदि उनका तलाक होता है, तो सुनीता को कितनी एलिमनी मिल सकती है?
यदि गोविंदा की कुल संपत्ति ₹170 करोड़ मानी जाए, तो सुनीता को संभावित रूप से ₹34 करोड़ से ₹56 करोड़ तक की एलिमनी मिल सकती है। मासिक आधार पर यह राशि लाखों रुपये हो सकती है। हालांकि, अंतिम निर्णय अदालत ही करेगी, जिसमें दोनों पक्षों की वित्तीय और व्यक्तिगत परिस्थितियों को ध्यान में रखा जाएगा।
कानूनी दृष्टिकोण
क्या कहता है कानून
भारतीय कानून के अनुसार, एलिमनी का निर्णय अदालत पति की आय, संपत्ति और पत्नी की जीवनशैली को ध्यान में रखते हुए करती है। सुप्रीम कोर्ट ने कई मामलों में यह मानक तय किया है कि पति की आय का लगभग 25% हिस्सा पत्नी को एलिमनी के रूप में दिया जा सकता है। वहीं, एकमुश्त भुगतान की स्थिति में पति की कुल संपत्ति का 1/5 से 1/3 हिस्सा पत्नी को मिल सकता है।