गोविंदा और जॉनी लीवर: एक अनोखी दोस्ती की कहानी

बॉलीवुड के सुपरस्टार गोविंदा ने अपने करियर में कई उपलब्धियां हासिल की हैं। जॉनी लीवर के साथ उनकी दोस्ती और आपसी सम्मान की कहानी दिलचस्प है। गोविंदा ने जॉनी को 'फकीर' कहकर उनकी प्रतिभा की सराहना की है। जानें, इन दोनों दिग्गजों के बीच की खास बॉंडिंग और उनकी साथ में की गई फिल्मों के बारे में।
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गोविंदा और जॉनी लीवर: एक अनोखी दोस्ती की कहानी

गोविंदा का अद्वितीय करियर

बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता गोविंदा, जिन्हें ‘हीरो नंबर 1’ के नाम से जाना जाता है, ने अपने करियर में ऐसे कई उपलब्धियां हासिल की हैं जो हिंदी सिनेमा के 112 साल के इतिहास में कुछ ही लोगों को नसीब हुई हैं। उनकी अभिनय क्षमता के साथ-साथ डांस और कॉमेडी में भी उनका कोई मुकाबला नहीं है। 80 के दशक में अपने करियर की शुरुआत करने वाले गोविंदा, 90 के दशक के सबसे सफल अभिनेताओं में से एक माने जाते हैं।


गोविंदा का स्टारडम

हालांकि गोविंदा आजकल बॉलीवुड में सक्रिय नहीं हैं, लेकिन उनका स्टारडम आज भी बरकरार है। लाखों प्रशंसकों ने उनसे अभिनय, डांस और कॉमेडी की कला सीखी है। इसके बावजूद, गोविंदा ने भी कई कलाकारों से बहुत कुछ सीखा है, जिनमें से एक हैं जॉनी लीवर। गोविंदा ने एक बार कहा था कि वह हमेशा जॉनी लीवर को याद करते हैं और उनकी तारीफ करते हैं।


जॉनी लीवर की तारीफ

गोविंदा और जॉनी लीवर ने कई फिल्मों में साथ काम किया है और उनके बीच एक खास रिश्ता है। एक शो में जॉनी लीवर को गोविंदा की एक क्लिप दिखाई गई, जिसमें गोविंदा ने कहा, 'जॉनी भाई, आपकी तारीफ में शब्द कम पड़ जाते हैं।'


गोविंदा का जॉनी के प्रति सम्मान

गोविंदा ने आगे कहा, 'मैंने आपसे बहुत कुछ सीखा है। आपसे सीखी गई बातें हमेशा मेरे साथ रहती हैं। मैं आपको दुआ देता रहता हूं।' उन्होंने जॉनी को 'फकीर' कहा और उनकी प्रतिभा की सराहना की।


जॉनी और गोविंदा की फिल्में

जॉनी लीवर और गोविंदा ने कई हिट फिल्मों में साथ काम किया है, जिनमें 'आंटी नंबर 1', 'दीवाना मस्ताना', 'लव 86', 'हत्या', 'दूल्हे राजा', 'जोरू का गुलाम' और 'आमदनी अठन्नी खर्चा रुपैया' शामिल हैं।