कर्नाटका सरकार पर थग लाइफ फिल्म के निर्माताओं का सुप्रीम कोर्ट में मामला

कर्नाटका सरकार से सुरक्षा की मांग
थग लाइफ फिल्म के निर्माताओं ने 14 जून को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। उन्होंने कहा कि कर्नाटका सरकार द्वारा उन्हें कोई सुरक्षा या सहायता नहीं मिल रही है, जबकि उन्हें गंभीर धमकियों का सामना करना पड़ रहा है। ये धमकियाँ उस समय आईं जब कमल हासन ने चेन्नई में फिल्म के ऑडियो लॉन्च के दौरान कन्नड़ भाषा पर टिप्पणी की।
कमल हासन की विवादास्पद टिप्पणी
कमल हासन ने कन्नड़ भाषा की उत्पत्ति को तमिल से जोड़ा। उन्होंने कहा, "अभिनेता शिवराजकुमार मेरे परिवार का हिस्सा हैं जो दूसरे राज्य में रहते हैं। इसलिए जब मैंने अपना भाषण शुरू किया, तो मैंने कहा 'मेरी जिंदगी और मेरा परिवार तमिल है'। आपकी भाषा (कन्नड़) तमिल से उत्पन्न हुई है। इसलिए आप उस लाइन में शामिल हैं।"
प्रतिक्रिया और फिल्म पर प्रतिबंध
इस टिप्पणी ने तेजी से वायरल होकर कन्नड़ समर्थक कार्यकर्ताओं की तीखी प्रतिक्रिया को जन्म दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि कमल हासन उनकी भाषा का अपमान कर रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई और फिल्म को कर्नाटका में प्रतिबंधित कर दिया गया।
धमकियों का गंभीरता से न लेना
एक छोटे समूह ने बड़े पैमाने पर हिंसा की धमकी दी, जिसमें सिनेमाघरों को जलाने और कर्नाटका में तमिल भाषी अल्पसंख्यक के सदस्यों पर हमले की योजना शामिल थी। इसके बावजूद, राज्य सरकार ने न तो कोई FIR दर्ज की और न ही कोई कार्रवाई की। वकील ए वेलन ने कहा, "हम इस निष्क्रियता से आहत हैं और अब सुप्रीम कोर्ट में हैं।"
कमल हासन का स्पष्टीकरण
कमल हासन ने बाद में कर्नाटका फिल्म चेंबर ऑफ कॉमर्स को एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने कहा कि उनकी टिप्पणी को 'गलत समझा' गया है। उन्होंने लिखा, "यह दुखद है कि मेरे शब्दों को गलत संदर्भ में लिया गया। मेरा उद्देश्य केवल यह बताना था कि हम सभी एक ही परिवार से हैं और कन्नड़ भाषा की समृद्ध विरासत पर कोई विवाद नहीं है।"