कब्ज से राहत पाने के लिए आयुर्वेदिक चूर्ण का उपयोग

कब्ज का उपचार

कब्ज का उपाय: कब्ज की समस्या से ग्रसित व्यक्ति को मल त्याग में कठिनाई का सामना करना पड़ता है, जिससे पेट में दर्द, भारीपन और ऐंठन का अनुभव होता है।
इस स्थिति में व्यक्ति खुद को कमजोर और थका हुआ महसूस कर सकता है। यदि आप भी कब्ज से परेशान हैं और इसके लिए एक प्राकृतिक उपाय की तलाश कर रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए उपयोगी हो सकता है। प्रसिद्ध आयुर्वेदिक चिकित्सक सलीम जैदी ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो में कब्ज के इलाज का एक प्रभावी नुस्खा साझा किया है। आइए जानते हैं इसके बारे में।
विशेष नुस्खा क्या है?
डॉक्टर जैदी ने घर पर एक विशेष चूर्ण बनाने की सलाह दी है। उनका कहना है कि यह चूर्ण प्राकृतिक तरीके से पेट को साफ रखने में मदद कर सकता है। इसे बनाने के लिए आपको चार सामग्री की आवश्यकता होगी: सौंफ, अजवाइन, जीरा और काला नमक।
चूर्ण बनाने की विधि:
- 50 ग्राम मोटी सौंफ, 50 ग्राम जीरा और 50 ग्राम अजवाइन को गर्म तवे पर हल्का भूनें।
- जब इनसे हल्की खुशबू आने लगे, तो गैस बंद कर दें और इन्हें ठंडा करके मिक्सर में पीस लें।
- अब इसमें 1.5 से 2 चम्मच पिसा हुआ काला नमक मिलाकर अच्छे से मिक्स करें।
- तैयार चूर्ण को एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करें। यह 2-3 हफ्ते तक सुरक्षित रहेगा।
चूर्ण के लाभ:
सौंफ: यह गैस्ट्रिक एंजाइमों के उत्पादन को बढ़ावा देती है, जिससे पाचन में सुधार होता है और मल त्याग में आसानी होती है।
अजवाइन: इसमें थायमॉल होता है, जो डाइजेस्टिव एंजाइम्स को सक्रिय करता है और आंतों को खोलकर कब्ज से राहत दिलाता है।
जीरा: यह लिवर को बाइल रिलीज करने में मदद करता है, जिससे पाचन बेहतर होता है।
काला नमक: यह एक प्राकृतिक स्टूल सॉफ्टनर है, जो आंतों में पानी खींचकर मल को नरम करता है।
ध्यान रखने योग्य बातें:
डॉक्टर जैदी इस चूर्ण का सेवन दिन में दो बार, खाने के बाद, आधा चम्मच गुनगुने पानी के साथ करने की सलाह देते हैं। इससे आपको पेट साफ रखने और पाचन सुधारने में मदद मिल सकती है। हालांकि, यदि आपका रक्तचाप उच्च है, तो इसका सेवन करने से पहले एक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लें। गर्भवती महिलाओं को भी इसे खाने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
अस्वीकृति: यह सामग्री सामान्य जानकारी प्रदान करती है और किसी योग्य चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या चिकित्सक से परामर्श करें।