दिसंबर में गोवा में आयोजित इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के दौरान, अभिनेता रणवीर सिंह एक विवाद में फंस गए। उन्होंने मंच पर ऋषभ शेट्टी की फिल्म ‘कंटारा’ में देवताओं की नकल की, जिससे विवाद उत्पन्न हुआ। इस घटना के बाद, ऋषभ शेट्टी ने चेन्नई में बिहाइंडवुड्स के एक कार्यक्रम में इस विषय पर अपनी राय साझा की।
फिल्मों में संस्कृति का सम्मान
ऋषभ शेट्टी ने बिना रणवीर का नाम लिए कहा कि ‘कांतारा’ जैसी फिल्मों का निर्माण करते समय हमेशा यह चिंता रहती है कि संस्कृति और परंपरा पॉप संस्कृति में सीमित न हो जाएं। उन्होंने बताया कि एक निर्देशक के रूप में, उन्होंने कई लोगों से सलाह ली ताकि वे हर पहलू को सम्मानपूर्वक प्रस्तुत कर सकें।
नकल से होती है असहजता
ऋषभ ने कहा कि जब ऐसी फिल्मों के बाद लोग देवताओं की नकल करने लगते हैं, तो यह उन्हें असहज कर देता है। उन्होंने कहा, ‘हालांकि फिल्म का अधिकांश हिस्सा सिनेमा और अभिनय है, लेकिन दैवीय तत्व संवेदनशील और पवित्र होते हैं। मैं हमेशा लोगों से अनुरोध करता हूं कि वे इसे मंच पर न दोहराएं या मजाक न बनाएं। यह हमारे लिए भावनात्मक रूप से जुड़ा हुआ है।’ उन्होंने बताया कि फिल्म की टीम ने कई बार मना करने के बावजूद, जब लोग देवताओं की नकल करते हैं, तो उन्हें बहुत बुरा लगता है।
