ऋचा चड्ढा और फ्रांसिस फोर्ड कोपोला की अनोखी मुलाकात
हॉलीवुड की ऐतिहासिक फिल्म 'द गॉडफादर'
हॉलीवुड में कई फिल्में बनी हैं, लेकिन कुछ ऐसी हैं जो अपने समय में अद्वितीय साबित हुई हैं। इनमें से एक है 1972 में रिलीज हुई 'द गॉडफादर', जिसे आज भी सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में गिना जाता है। इसके निर्देशक फ्रांसिस फोर्ड कोपोला को अमेरिकी सिनेमा का एक प्रमुख नाम माना जाता है, और भारत में भी उनके प्रशंसक हैं।
ऋचा चड्ढा की कोपोला से मुलाकात
2015 में, बॉलीवुड अभिनेत्री ऋचा चड्ढा ने माराकेच अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भाग लेने के लिए वेनिस का दौरा किया। इस दौरान उनकी मुलाकात कोपोला से हुई, और एक तस्वीर वायरल हुई जिसमें ऋचा को उनकी गोद में बैठे देखा गया। इस तस्वीर ने काफी सुर्खियां बटोरीं।
कोपोला की गोद में बैठीं ऋचा
कोपोला ने 2015 में जूरी का नेतृत्व किया था, और ऋचा अपनी फिल्म 'मसान' की विशेष स्क्रीनिंग आयोजित करना चाहती थीं। ऋचा को कोपोला का बहुत बड़ा प्रशंसक माना जाता है, और उनके सामने आना उनके लिए एक महत्वपूर्ण क्षण था। इसी तरह, अनुराग कश्यप की भी एक तस्वीर वायरल हुई थी जिसमें वह भी कोपोला की गोद में बैठे नजर आए थे। हाल ही में, अनुराग ने एक पॉडकास्ट में इस बारे में चर्चा की।
अनुराग कश्यप ने साझा किया अनुभव
इस पॉडकास्ट में अनुराग और वैभव मुंजाल हॉलीवुड निर्देशक क्वेंटिन टैरेंटिनो की ऑडियोबुक पर चर्चा कर रहे थे। इसी दौरान कोपोला की ऑडियोबुक का भी जिक्र हुआ, जिसमें उन्होंने अपनी नोटबुक के बारे में बताया, जिसमें 'द गॉडफादर' की मूल स्क्रिप्ट थी। जब अनुराग से पूछा गया कि वह कोपोला की गोद में क्यों बैठे थे, तो उन्होंने बताया कि कोपोला की सुनने की क्षमता कम है, इसलिए ऐसा करना पड़ा।
कोपोला की उपलब्धियां
फ्रांसिस फोर्ड कोपोला ने न केवल 'द गॉडफादर' ट्रिलॉजी बनाई, बल्कि 'एपोक्लिप्स', 'द रेन मेकर', 'सुपरनोवा', और 'द आउटसाइडर्स' जैसी बेहतरीन फिल्में भी निर्देशित की हैं। उन्हें पांच बार ऑस्कर पुरस्कार मिल चुका है, और उनकी फिल्में हॉलीवुड की सर्वश्रेष्ठ कृतियों में मानी जाती हैं।