अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित हुई अष्टांग आर्ट प्रतियोगिता
नई दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित अष्टांग आर्ट प्रतियोगिता ने 80 से अधिक प्रतिभागियों को एकत्र किया। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य योग के आठ अंगों के माध्यम से कला के महत्व को उजागर करना था। विभिन्न आयु समूहों में प्रतिभागियों ने भाग लिया और विजेताओं को मेडल और प्रमाणपत्र प्रदान किए गए। आयोजकों ने इस कार्यक्रम की सफलता पर संतोष व्यक्त किया और भविष्य में इसे और भी बड़े स्तर पर आयोजित करने की योजना बनाई है।
Jun 22, 2025, 17:59 IST
|

प्रतियोगिता का आयोजन
नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर, फाइनलाइन आर्ट अकादमी एंड गैलरी और सुदर्शन फाउंडेशन ने मिलकर 21 जून 2025 को पांडव नगर, नई दिल्ली में “अष्टांग आर्ट प्रतियोगिता” का आयोजन किया। यह प्रतियोगिता योग के आठ अंगों पर आधारित थी, जिसका उद्देश्य प्रतिभागियों को कला के माध्यम से योग के महत्व को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करना था। इस प्रतियोगिता में 80 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें छोटे बच्चे और 18 वर्ष से अधिक के युवा शामिल थे। प्रतिभागियों को चार समूहों में बांटा गया था।
विजेताओं की घोषणा
ग्रुप ए (कक्षा 1 से 4) में गियानश उप्पल ने पहला स्थान प्राप्त किया, काम्या ने दूसरा स्थान हासिल किया, जबकि दिवित, सान्वी कौरव और देवांश अरोरा ने तीसरा स्थान साझा किया। ग्रुप बी (कक्षा 5 से 9) में अन्वेषिका मिश्रा ने पहला स्थान प्राप्त किया, विशाखा को दूसरा स्थान मिला और सुचित्रा महेंद्रन व अनुष्का चौहान ने तीसरा स्थान साझा किया। ग्रुप सी (कक्षा 10 से 12) में रिया समी ने पहला स्थान हासिल किया, अनिश शर्मा को दूसरा और वैभव राज व शिवम वर्मा को तीसरा स्थान मिला। ग्रुप डी (18 वर्ष से अधिक) में नंदिता मंडल ने पहला पुरस्कार जीता, मानसी परिहार और सरला कुमारी ने दूसरा स्थान प्राप्त किया, जबकि भूमि आहुजा, अनामिका और शिवानी चौहान ने तीसरा स्थान हासिल किया।
पुरस्कार वितरण समारोह
प्रतियोगिता के समापन पर विजेताओं को मेडल और सभी प्रतिभागियों को सहभाग प्रमाणपत्र दिए गए। पुरस्कार वितरण समारोह में प्राइम अकादमी के संस्थापक आकांक्षु कश्यप, फाइनलाइन आर्ट अकादमी एंड गैलरी के संस्थापक और निदेशक आशीष देशमुख, सुदर्शन फाउंडेशन की अध्यक्षा संयुक्ता देशमुख और फाइनलाइन आर्ट अकादमी की कार्यकारी प्रमुख स्नेहल देशमुख उपस्थित रहे।
प्रतियोगिता का उद्देश्य
इस अवसर पर, फाइनलाइन आर्ट अकादमी एंड गैलरी के संस्थापक और निदेशक आशीष देशमुख ने कहा कि यह प्रतियोगिता योग और कला के अद्भुत समन्वय को प्रदर्शित करने के लिए आयोजित की गई थी और इसे अपेक्षा से अधिक प्रतिसाद मिला। उन्होंने प्रतिभागियों की रचनात्मकता और उत्साह का श्रेय दिया और अगले वर्ष इस कार्यक्रम को और भी बड़े स्तर पर आयोजित करने का संकल्प लिया।
सकारात्मक प्रभाव
कार्यकारी प्रमुख स्नेहल देशमुख ने कहा कि यह केवल एक कला प्रतियोगिता नहीं थी, बल्कि समाज में सकारात्मक ऊर्जा और सांस्कृतिक चेतना फैलाने का एक माध्यम थी। प्रतियोगिता पूरी तरह नि:शुल्क पंजीकरण पर आधारित थी और सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए खुली थी, जिससे विभिन्न पृष्ठभूमियों के कलाकारों को मंच मिला।
स्थानीय नागरिकों की प्रतिक्रिया
नई दिल्ली के स्थानीय नागरिकों, प्रतिभागियों और अभिभावकों ने आयोजन समिति के प्रयासों की सराहना की और कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताएं न केवल प्रतिभाओं को उभारती हैं, बल्कि समाज में कला, संस्कृति और योग के प्रति जागरूकता भी बढ़ाती हैं। आयोजकों ने भविष्य में ऐसे रचनात्मक और सांस्कृतिक उपक्रमों को और भी व्यापक स्तर पर आयोजित करने का विश्वास जताया।