UPSC परीक्षा परिणाम में हुई गलती से झारखंड की दिव्या पांडेय को मिली निराशा

झारखंड की दिव्या पांडेय ने UPSC सिविल सेवा परीक्षा में 323वीं रैंक मिलने का दावा किया, लेकिन सच्चाई कुछ और थी। जब यह पता चला कि रैंक तमिलनाडु की दिव्या पी को मिली है, तो परिवार में खुशी की लहर अचानक निराशा में बदल गई। जानें इस घटना के पीछे की कहानी और दिव्या के परिवार ने किस तरह माफी मांगी।
 | 
UPSC परीक्षा परिणाम में हुई गलती से झारखंड की दिव्या पांडेय को मिली निराशा

UPSC परीक्षा परिणाम की अनोखी कहानी


हाल ही में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा परीक्षा के परिणाम जारी किए। 30 मई को घोषित परिणामों ने कई परीक्षार्थियों को खुशी दी, जबकि कुछ को निराशा का सामना करना पड़ा।


इस बार कुछ परीक्षार्थी गलतफहमी का शिकार हुए। जब सच्चाई सामने आई, तो उनकी खुशी पल में गायब हो गई। झारखंड के रामगढ़ जिले की दिव्या पांडेय का मामला इस संदर्भ में खास है।


जब UPSC के परिणाम आए, तो दिव्या ने दावा किया कि उन्हें ऑल इंडिया में 323वीं रैंक मिली है। वह रामगढ़ के चित्तरपुर ब्लॉक की रजरप्पा कॉलोनी में रहती हैं।


UPSC परीक्षा परिणाम में हुई गलती से झारखंड की दिव्या पांडेय को मिली निराशा


जैसे ही यह खबर फैली कि दिव्या पास हो गई हैं, उनके परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई। मिठाई बांटी गई और आस-पास के लोग उन्हें बधाई देने आए।


दोस्तों और रिश्तेदारों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं। यहां तक कि सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड के सीएमडी, रजरप्पा के जीएम, और रामगढ़ की कमिश्नर ने भी दिव्या को बधाई दी।


लेकिन जब सच्चाई सामने आई, तो खुशी का माहौल अचानक से बदल गया। दरअसल, 323वीं रैंक झारखंड की दिव्या पांडेय को नहीं, बल्कि तमिलनाडु की दिव्या पी को मिली थी।


UPSC परीक्षा परिणाम में हुई गलती से झारखंड की दिव्या पांडेय को मिली निराशा


दिव्या पांडेय इस गलतफहमी का शिकार हो गईं। उनके परिवार ने परिणाम देखने की कोशिश की, लेकिन वेबसाइट काम नहीं कर रही थी। यदि उस समय परिणाम देख लिया जाता, तो शायद यह भ्रम पैदा नहीं होता।


परिवार ने मांगी माफी


UPSC परीक्षा परिणाम में हुई गलती से झारखंड की दिव्या पांडेय को मिली निराशा


इस घटना के बाद दिव्या पांडेय के परिवार ने जिला प्रशासन और सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड से माफी मांगी है। दिव्या के पिता ने कहा कि इस गलती के कारण उन्हें समाज में शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा। इससे पहले भी इस तरह की एक घटना बुलंदशहर से सामने आई थी।