इंडिया का पहला वर्टिकल ओटीटी प्लेटफॉर्म 'रॉकेट रील्स' हुआ लॉन्च, विक्रम भट्ट ने बताया क्यों है खास

मुंबई, 22 अगस्त (आईएएनएस)। भारत के पहले ओटीटी प्लेटफॉर्म 'रॉकेट रील्स' की शुरुआत हो चुकी है। इसने डिजिटल मनोरंजन की दुनिया में एक नया अध्याय जोड़ दिया है। इस प्लेटफॉर्म को 1 अगस्त को 15 ओरिजिनल सीरीज के साथ लॉन्च किया गया था और कुछ ही समय में इसे एंड्रॉइड और आईओएस पर 3.5 लाख से अधिक लोगों ने डाउनलोड कर लिया है।
रॉकेट रील्स से मशहूर फिल्मकार विक्रम भट्ट भी जुड़े हैं। उन्होंने इस समारोह में बताया कि क्यों ये ऐप खास है।
संस्थापक क्रांति शानबाग के जन्मदिन के मौके पर एक भव्य कार्यक्रम में इसकी खासियत बताई गई। इसमें विक्रम भट्ट सहित दिव्या अग्रवाल, आरती सिंह, कृति चौधरी, नवप्रीत कौर, कंगना शर्मा, प्रियंका सिब्बल, सिद्धार्थ सिब्बल, विकास वर्मा, रीवा अरोड़ा, दीपक चौहान, प्रशांत वीरेंद्र शर्मा, और सचिन श्रॉफ जैसे सेलेब्स मौजूद रहे।
इस दौरान इसके क्रिएटिव फोर्स और मशहूर निर्देशक विक्रम भट्ट ने कहा, “वर्टिकल फॉर्मेट सिर्फ स्क्रीन ओरिएंटेशन में नहीं बल्कि ये कहानियों को कहने के तरीके में एक पूर्ण बदलाव है। रॉकेट रील्स के साथ हम इमर्सिव, तेज-तर्रार कहानियों के साथ प्रयोग कर रहे हैं जो दर्शकों को पहली फ्रेम से ही बांधे रखती हैं। 'बिट्रेयल' और 'जमानत' सहित आगामी शो, शॉर्ट-फॉर्म कहानी कहने के लिए डिजाइन किए गए हैं।”
इसमें 15 नई सीरीज भी जोड़ी गई हैं। इसमें विक्रम भट्ट द्वारा निर्देशित दो सीरीज भी शामिल हैं। इनमें जमानत, बिट्रेयल, ब्लैकमेल, इंस्टेंट इंसाफ, झुकेगा नहीं साला, बवाल अनलिमिटेड, वेब क्राइम, और स्कैम अलर्ट जैसे ओरिजिनल शो शामिल हैं।
ये सभी ओरिजिनल शो रॉकेट रील्स के प्रीमियम, वर्टिकल-फर्स्ट मनोरंजन को विशेष रूप से पेश करने की दिशा में एक साहसिक कदम का संकेत देते हैं। आज के नए जमाने के दर्शकों के लिए इसका वर्टिकल-फर्स्ट डिजाइन, जो खास तौर पर मोबाइल-फर्स्ट, ऑन-द-गो पीढ़ी के लिए बनाया गया है, रॉकेट रील्स को सबसे अलग बनाता है।
यहां पर थ्रिलर, रोमांस, क्राइम, हॉरर, और कॉमेडी तक विभिन्न शैलियों की कहानियां देखने को मिलेंगी। इसका उद्देश्य सिर्फ मनोरंजन करना नहीं, बल्कि आज की तेज-तर्रार डिजिटल जीवन शैली के लिए कहानी कहने की कला को नई परिभाषा देना है। यह छह भारतीय भाषाओं, हिंदी, तमिल, तेलुगु, मराठी, बंगाली, और गुजराती में उपलब्ध है।
इस प्लेटफॉर्म की पहुंच भारतीय सीमाओं से कहीं आगे तक फैली हुई है, जो भारत, अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, यूएई, सिंगापुर, मलेशिया, बांग्लादेश, नेपाल और दक्षिण अफ्रीका में उपलब्ध है; इस प्रकार यह भारतीय और वैश्विक दर्शकों, दोनों को समान रूप से सेवा प्रदान करता है।
--आईएएनएस
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