'छोरियां चली गांव' के जरिए आज की पीढ़ी को दिखाना चाहता हूं देश की खूबसूरती: रणविजय सिंह

मुंबई, 31 जुलाई (आईएएनएस)। अभिनेता और होस्ट रणविजय सिंह अपकमिंग रियलिटी शो 'छोरियां चली गांव' में नजर आएंगे। उन्होंने बताया कि इस शो के जरिए वह वर्तमान पीढ़ी, खासकर अपने बच्चों को भारत के सादे जीवन और गांवों की खूबसूरती से रूबरू कराना चाहते हैं।
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'छोरियां चली गांव' के जरिए आज की पीढ़ी को दिखाना चाहता हूं देश की खूबसूरती: रणविजय सिंह

मुंबई, 31 जुलाई (आईएएनएस)। अभिनेता और होस्ट रणविजय सिंह अपकमिंग रियलिटी शो 'छोरियां चली गांव' में नजर आएंगे। उन्होंने बताया कि इस शो के जरिए वह वर्तमान पीढ़ी, खासकर अपने बच्चों को भारत के सादे जीवन और गांवों की खूबसूरती से रूबरू कराना चाहते हैं।

रणविजय के लिए यह शो बेहद खास है, क्योंकि उनकी बचपन की यादें पंजाब के गांव से जुड़ी हैं।

रणविजय ने बताया, “बचपन में मैं हर गर्मी की छुट्टियों में अपने दादा-दादी के पास गांव जाता था। मुर्गे की आवाज के साथ सुबह उठना, खेतों में नंगे पांव दौड़ना, हैंडपंप से पानी निकालना, गाय के तबेले से दूध लाना और खेतों में मदद करना ये सब मेरी दिनचर्या का हिस्सा था।”

उन्होंने कहा कि इन छोटी-छोटी चीजों को परिवार के सामने गर्व से दिखाना उन्हें अच्छा लगता था।

उन्होंने आगे कहा, “आज की पीढ़ी को ऐसी जिंदगी का अनुभव नहीं मिलता। मैं चाहता हूं कि 'छोरियां चली गांव' के जरिए मेरे बच्चे और युवा पीढ़ी असली भारत को देखें, जहां लोग सादगी से, लेकिन शांति से जीते हैं।”

रणविजय का मानना है कि यह शो न केवल मनोरंजन करेगा, बल्कि दर्शकों को गांव की सादगी और मूल्यों से जोड़ेगा। वह यह भी चाहते हैं कि उनके बच्चे पानी और भोजन की कीमत समझें और अपने हाथों से काम करने की खुशी को जानें।

'छोरियां चली गांव' एक अनोखा नॉन-फिक्शन शो है। इस शो में 11 आत्मनिर्भर लड़कियों को 60 दिनों के लिए एक गांव में भेजा जाएगा। वहां वे गांव के रहन-सहन, तौर-तरीकों और परंपराओं के बीच रहेंगी।

ये लड़कियां गांव के माहौल में खुद को ढालने की कोशिश करेंगी। उन्हें खाना बनाना, पशुओं की देखभाल करना, खेत में काम करना आदि गांव में होने वाले सभी काम करने होंगे। इस सफर में उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा, जिससे उनकी असली ताकत और जज्बा सामने आएगा।

इस शो का मकसद शहर की लड़कियों की ताकत, जज्बा और माहौल के हिसाब से खुद को ढालने की क्षमता को दिखाना है।

'छोरियां चली गांव' जल्द ही जीटीवी पर प्रसारित होगा।

--आईएएनएस

एमटी/केआर