दुल्हन की खरीद-फरोख्त जैसी प्रथा को खत्म करना बेहद जरूरी : एक्ट्रेस तृप्ती भोईर

मुंबई, 8 जून (आईएएनएस)। अभिनेत्री तृप्ती भोईर अपनी आने वाली फिल्म 'पारो' को लेकर चर्चा में हैं। वह इस फिल्म के रिलीज होने का बेसब्री से इंतजार कर रही हैं। उन्होंने कहा है कि वह दुल्हन की खरीद-फरोख्त जैसी खराब प्रथा को खत्म करने के मिशन से जुड़ी हुई हैं। बता दें कि पारो फिल्म दुल्हन की खरीद-फरोख्त जैसे गंभीर सामाजिक मुद्दे पर आधारित है। यह उन हालातों को दिखाती है जहां औरतों को किसी समान की तरह खरीदा-बेचा जाता है। कहानी इन परंपराओं पर सवाल उठाती है।
फिल्म 'पारो' के काम करने के अपने अनुभव के बारे में बात करते हुए, तृप्ती भोईर ने कहा, "यह सफर रोलर कोस्टर की सवारी की तरह काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा है। मैंने अपनी तरफ से हर कोशिश की है कि लोगों में जागरूकता लाई जा सके, सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में। एक महिला होने के नाते, दुल्हन की खरीद-फरोख्त जैसी बुरी प्रथा को खत्म करना मेरे लिए बहुत जरूरी है। यह मेरा कर्तव्य है।"
एक्ट्रेस का मानना है कि समाज में बदलाव लाने की जिम्मेदारी हम सभी की है, जिसके लिए हर एक भारतीय को आगे आना चाहिए।
फिल्म के नेशनल अवॉर्ड विजेता डायरेक्टर और लेखक गजेंद्र अहिरे ने कहा, "यह बात हैरान करने वाली है कि आज भी शहरों में रहने वाले लोग नहीं जानते कि औरतों को असल में कितनी तकलीफें झेलनी पड़ती हैं। कुछ छोटे गांवों और कस्बों की महिलाओं का हाल बेहद बुरा है। यह फिल्म इसलिए बनाई गई है ताकि समाज में बदलाव आ सके और लोग इन मुद्दों पर खुलकर बात कर सकें।"
इस फिल्म का पोस्टर पिछले साल दुनिया के मशहूर कान्स फिल्म फेस्टिवल में जारी किया गया था। इस पोस्टर में तृप्ती अपने किरदार में नजर आईं। वह एक प्राइस टैग पकड़े हुए हैं, जिस पर लिखा है- 'दुल्हन बिकाऊ है- 8000 रुपये', इस दौरान वह जानवरों के बीच खड़ी दिख रही हैं।
पोस्टर देख ऐसा लगता है कि उन्हें भी जानवरों की तरह खरीदा-बेचा जा रहा है। इस फिल्म में ताहा शाह बदुशा भी हैं, जो हाल ही में 'हीरामंडी: द डायमंड बाजार' में नजर आए थे।
फिल्म की कहानी गजेंद्र अहिरे और तृप्ती भोईर ने मिलकर लिखी है। गजेंद्र ने साथ ही इस फिल्म को डायरेक्ट भी किया है। वहीं फिल्म के निर्माता संदेश शारदा और तृप्ती भोईर हैं।
--आईएएनएस
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