500 रुपये के नकली नोटों से बचने के उपाय: पहचानें असली और नकली नोट

नकली नोटों से सावधानी बरतें
मुंबई. हाल के दिनों में सोशल मीडिया पर ऐसे संदेश तेजी से फैल रहे हैं, जिनमें बताया जा रहा है कि बाजार में 500 रुपये के नकली नोट प्रचलन में हैं। एक घटना में, एक व्यक्ति ने टैक्सी चालक को नकली नोट देकर धोखा देने की कोशिश की। ऐसे मामलों से बचने के लिए, यह जानना जरूरी है कि असली और नकली नोटों की पहचान कैसे करें।
सरकार ने नागरिकों को नकली नोटों के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी है। आजकल अधिकांश लेन-देन ऑनलाइन होते हैं, लेकिन जब आप एटीएम से पैसे निकालते हैं या किसी से उधार लेते हैं, तो यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि आप धोखाधड़ी का शिकार न हों। अन्यथा, कोई आपको नकली नोट देकर परेशानी में डाल सकता है।
असली और नकली नोट की पहचान कैसे करें?
कैसे पहचानें कि नोट असली है या नकली?
500 रुपये के नोट के मध्य में महात्मा गांधी का चित्र होता है, जो स्पष्ट और साफ दिखाई देता है।
नोट के बीच में एक सुरक्षा धागा होता है, जिस पर 'भारत', 'आरबीआई' और ₹500 लिखा होता है।
यह धागा रंग बदलने वाला होता है, जो तिरछे देखने पर हरा से नीला दिखाई देता है।
नोट को मोड़ने पर सुरक्षा धागे का रंग बदलता है।
महात्मा गांधी का वॉटरमार्क नोट पर स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।
नोट को हिलाने पर यह वॉटरमार्क और भी स्पष्ट हो जाता है।
दाहिने कोने में अंकित ₹500 का अंक रंग बदलने वाला होता है।
झुके हुए कोण से देखने पर यह हरे से नीले रंग का दिखाई देता है।
नोट के दाहिनी ओर देवनागरी लिपि में '500' लिखा होता है।
अशोक स्तंभ का चिह्न भी दाहिनी ओर स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।
नोट पर 'RBI' और '500' अक्षर बहुत छोटे होते हैं, जिन्हें केवल आवर्धक कांच से देखा जा सकता है।
जब नोट को हिलाया जाता है, तो '500' संख्या एक ऊर्ध्वाधर पट्टी में दिखाई देती है।
दृष्टिबाधित लोगों के लिए पहचान
दृष्टिबाधित लोग असली नोट की पहचान महात्मा गांधी के चित्र, 500 रुपये और उभरे हुए वृत्तों को छूकर कर सकते हैं।