शाहिद कपूर के पीछे दीवानी स्टारकिड की अनकही कहानी

शाहिद कपूर की निजी जिंदगी हमेशा चर्चा का विषय रही है। इस लेख में हम एक स्टारकिड, वास्तविकता पंडित की कहानी बताएंगे, जो शाहिद के प्रति इतनी दीवानी थीं कि उन्होंने खुद को उनका पति बताना शुरू कर दिया। जानें कैसे उनका प्यार जुनून में बदल गया और शाहिद को इस स्थिति का सामना करना पड़ा। क्या वास्तविकता अपने करियर में सफल हो सकीं? जानने के लिए पढ़ें पूरा लेख।
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शाहिद कपूर की पर्सनल लाइफ की चर्चा

शाहिद कपूर के पीछे दीवानी स्टारकिड की अनकही कहानी


शाहिद कपूर हमेशा अपनी निजी जिंदगी को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। करीना कपूर के साथ उनके रिश्ते से लेकर मीरा राजपूत से शादी तक, उनकी जिंदगी में कई मोड़ आए हैं। वर्तमान में, शाहिद मीरा के साथ खुशहाल वैवाहिक जीवन बिता रहे हैं और उनके दो बच्चे, मीशा और जैन हैं। उन्होंने बॉलीवुड में चॉकलेटी हीरो के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी, लेकिन अब एक एंग्री यंग मैन के रूप में दर्शकों का दिल जीत रहे हैं। लाखों लड़कियां उनके दीवाने हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक स्टारकिड उनके प्रति इतनी दीवानी थी कि उसने खुद को उनका पति बताना शुरू कर दिया था?


एकतरफा प्यार में पागल वास्तविकता

यह स्टारकिड हैं गुजरे जमाने के मशहूर अभिनेता कुलभूषण पंडित उर्फ राज कुमार की बेटी, वास्तविकता पंडित। वास्तविकता ने शाहिद कपूर को पहली बार कोरियोग्राफर श्यामक डाबर की डांस क्लास में देखा था। उनके लुक्स पर फिदा होकर, उन्होंने उन्हें अपना जीवनसाथी मान लिया और धीरे-धीरे उनके प्रति एकतरफा प्यार में पड़ गईं।


शाहिद के घर के पास रहने का फैसला

वास्तविकता ने शाहिद के प्रति अपने प्यार को इस कदर बढ़ा लिया कि उन्होंने खुद को उनकी पत्नी बताना शुरू कर दिया। इसके बाद, उन्होंने अपने घर को छोड़कर शाहिद के घर के सामने एक किराए का घर ले लिया। जब भी शाहिद बाहर निकलते, वह उनका रास्ता रोक लेतीं। कहा जाता है कि उनका प्यार जुनून में बदल गया था। शुरुआत में शाहिद ने इसे नजरअंदाज किया, लेकिन जब यह हद से बढ़ गया, तो उन्होंने वास्तविकता के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद उसने उनका पीछा करना बंद कर दिया।


फिल्म इंडस्ट्री में असफलता

वास्तविकता पंडित भी अपने पिता की तरह फिल्म इंडस्ट्री में नाम कमाना चाहती थीं। उन्होंने 1996 में 'ऐसी भी क्या जल्दी है' से बॉलीवुड में कदम रखा। इसके बाद कुछ और फिल्मों में भी नजर आईं, लेकिन दर्शकों को प्रभावित करने में असफल रहीं। साल 2000 में, उन्हें लॉरेंस डिसूजा की फिल्म 'दिल भी क्या चीज है' के लिए चुना गया था, जिसमें अर्जन बाजवा मुख्य भूमिका में थे, लेकिन अंतिम समय पर उन्हें रिप्लेस कर दिया गया।