भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच टीम इंडिया पर बैन का बड़ा फैसला

भारत सरकार ने हाल ही में टीम इंडिया पर बैन लगाने का निर्णय लिया है, जिससे क्रिकेट प्रेमियों में निराशा फैल गई है। इस बैन का कारण पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव और हैंडबॉल संघ की चिंताएं हैं। जानें इस विवाद की पूरी कहानी और इसके पीछे की वजहें।
 | 
भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच टीम इंडिया पर बैन का बड़ा फैसला

टीम इंडिया की इंग्लैंड यात्रा की तैयारी

भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच टीम इंडिया पर बैन का बड़ा फैसला


टीम इंडिया को जून में इंग्लैंड का दौरा करना है, जिसके लिए तैयारियां जोरों पर हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, प्रबंधन ने इस सीरीज के लिए खिलाड़ियों की एक सूची तैयार कर ली है। बताया जा रहा है कि, 35 खिलाड़ियों को शॉर्टलिस्ट किया गया है और जल्द ही स्क्वाड की घोषणा की जाएगी।


भारत सरकार द्वारा टीम इंडिया पर बैन

हाल ही में भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कई आतंकवादी ठिकानों पर हमले किए हैं। इस स्थिति के मद्देनजर, खबरें आई हैं कि सरकार ने टीम इंडिया पर बैन लगा दिया है, जिससे समर्थकों में निराशा फैल गई है।


टीम इंडिया पर बैन का कारण


भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच टीम इंडिया पर बैन का बड़ा फैसला
Big bang amid India-Pakistan tension, Indian government bans Team India


सोशल मीडिया पर यह खबर तेजी से फैल रही है कि सरकार की नीतियों के कारण टीम इंडिया पर बैन लगा दिया गया है। हालांकि, यह स्पष्ट किया गया है कि क्रिकेट टीम पर कोई बैन नहीं है। दरअसल, भारतीय हैंडबॉल संघ ने चिंता जताई है कि उन्हें अंतर्राष्ट्रीय फेडरेशन द्वारा बैन किया जा सकता है।


हैंडबॉल संघ का बयान

भारतीय हैंडबॉल टीम ने हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ एक मैच खेला, जिसके बाद उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ा। हैंडबॉल फेडरेशन के अध्यक्ष ने कहा कि, "यह शेड्यूल चार महीने पहले तय किया गया था और हमने खेल मंत्रालय को इसकी सूचना दी थी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।"



उन्होंने यह भी कहा कि, "अगर सरकार चाहती है कि हम पाकिस्तान के साथ कोई मैच न खेलें, तो हम राष्ट्रहित के लिए बैन झेलने के लिए तैयार हैं।"


विवाद का कारण

22 अप्रैल को पाकिस्तान में आतंकवादियों ने कश्मीर के पहलगाम में एक हमले को अंजाम दिया, जिसमें लगभग 28 लोगों की जान गई। इसके बाद, भारतीय सरकार ने पाकिस्तान के साथ सभी समझौतों को तोड़ते हुए सख्त कदम उठाए हैं। इस स्थिति के कारण एशिया कप का आयोजन भी नहीं किया जाएगा।