उत्तराखंड में चार धाम यात्रा: श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या और सुरक्षा उपाय
उत्तराखंड में चार धाम यात्रा का उत्साह बढ़ता जा रहा है, जहां चार लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने हाल ही में दर्शन किए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यात्रा को सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने के लिए सरकार के प्रयासों की जानकारी दी। यात्रा के दौरान घोड़ों और खच्चरों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया गया है, जबकि स्वास्थ्य सुविधाओं और मोबाइल नेटवर्क में सुधार किया गया है। जानें इस यात्रा के बारे में और क्या खास है।
May 10, 2025, 20:14 IST
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चार धाम यात्रा का उत्साह
उत्तराखंड में चार धाम की यात्रा का सिलसिला जारी है। देशभर से श्रद्धालु केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा के लिए पहुंच रहे हैं। राज्य में श्रद्धालुओं का स्वागत बड़े उत्साह के साथ किया जा रहा है। देश में चल रहे तनाव के बीच, राज्य सरकार सुरक्षा उपायों को लेकर लोगों को आश्वस्त करने का प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री का बयान
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को जानकारी दी कि पिछले नौ दिनों में चार लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने चारों धाम के दर्शन किए हैं। उन्होंने कहा, "हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु देवभूमि उत्तराखंड की यात्रा करते हैं।" उन्होंने यह भी बताया कि उनकी सरकार यात्रा को सुगम, सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। चार धाम यात्रा 2025 में 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ शुरू हुई थी। केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को और बद्रीनाथ के कपाट 4 मई को खोले गए थे।
केदारनाथ यात्रा में सुरक्षा उपाय
मंगलवार को एक अधिकारी ने बताया कि केदारनाथ यात्रा में घोड़ों और खच्चरों के उपयोग पर 24 घंटे का प्रतिबंध लगाया गया है। यह निर्णय कुछ घोड़ों और खच्चरों की मौत की सूचना मिलने के बाद लिया गया। पशुपालन सचिव बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने कहा, "कल आठ घोड़े और खच्चर मरे थे, जबकि आज छह की मौत हो गई। हम इसके कारणों की जांच कर रहे हैं।" केंद्र से एक टीम भी इस मामले की जांच के लिए आएगी।
स्वास्थ्य सुविधाएं और मोबाइल नेटवर्क
सीएम धामी ने 3 मई को कहा कि केदारनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की सुरक्षित यात्रा राज्य सरकार की प्राथमिकता है। सरकार ने श्रद्धालुओं के लिए त्वरित स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं और विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती की गई है। रुद्रप्रयाग जिला आपदा की दृष्टि से संवेदनशील है, इसलिए यहां अलग से मोबाइल नेटवर्क स्थापित किया गया है। केदारपुरी में बाबा केदार के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को मुफ्त वाईफाई की सुविधा भी मिलेगी। श्रद्धालुओं ने इस पर खुशी जताते हुए सरकार और जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया है।