इमरान हाशमी की नई फिल्म: कोर्ट रूम ड्रामा में यामी गौतम का साथ

इमरान हाशमी और यामी गौतम की नई फिल्म लखनऊ में शूट हो रही है, जो प्रसिद्ध शाह बानो केस पर आधारित एक कोर्ट रूम ड्रामा है। इस फिल्म का निर्देशन सुपर्ण वर्मा कर रहे हैं, जो पहले भी कई सफल वेब सीरीज का निर्देशन कर चुके हैं। जानें इस फिल्म की कहानी और इसके महत्व के बारे में।
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इमरान हाशमी का नया प्रोजेक्ट

बॉलीवुड अभिनेता इमरान हाशमी हाल ही में अपने नए प्रोजेक्ट को लेकर सुर्खियों में हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने अपनी आगामी फिल्म की शूटिंग शुरू कर दी है, जो वर्तमान में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में चल रही है। इस फिल्म में उनके साथ अभिनेत्री यामी गौतम भी दिखाई देंगी। इमरान की यह फिल्म काफी चर्चा का विषय बनी हुई है।


फिल्म की कहानी और निर्देशन

यह फिल्म एक कोर्ट रूम ड्रामा है, और मीडिया की खबरों के अनुसार, इसकी कहानी प्रसिद्ध शाह बानो केस पर आधारित होगी। इमरान इस फिल्म में शाह बानो के पति का किरदार निभाएंगे, जो एक समृद्ध और प्रतिष्ठित वकील हैं। इस मामले ने राजनीतिक और कानूनी बहस को जन्म दिया था।


फिल्म का निर्देशन सुपर्ण वर्मा कर रहे हैं, जिन्होंने ‘द फैमिली मैन सीजन 2’, ‘राणा नायडू’ और ‘द ट्रायल’ जैसी सफल वेब सीरीज का निर्देशन किया है। स्क्रिप्ट रेशु नाथ ने लिखी है, जिन्होंने पहले ‘इलीगल’ और ‘हीरा मंडी’ पर काम किया है। इस फिल्म से दर्शकों को काफी उम्मीदें हैं। यामी ने हाल ही में प्रतीक गांधी के साथ फिल्म ‘धूम-धाम’ में काम किया था, जो ओटीटी पर रिलीज हुई थी। वहीं, इमरान को आखिरी बार सलमान खान और कटरीना कैफ की फिल्म ‘टाइगर 3’ में देखा गया था।


शाह बानो केस का महत्व

शाह बानो मध्य प्रदेश के इंदौर की निवासी थीं। 1978 में उनके पति मोहम्मद अहमद ने उन्हें तलाक देकर घर से निकाल दिया था। शाह बानो के पांच बच्चे थे। गुजारा भत्ता पाने के लिए मामला 1981 में सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। पति का कहना था कि वह शाह बानो को गुजारा भत्ता देने के लिए बाध्य नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने 1985 में सीआरपीसी की धारा-125 पर फैसला सुनाया, जो तलाक के मामलों में गुजारा भत्ता तय करने से संबंधित है। कोर्ट ने शाह बानो को गुजारा भत्ता देने के मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखा। यह केस आज भी एक मिसाल के रूप में देखा जाता है।