सोने और चांदी की कीमतों में रिकॉर्ड वृद्धि, जानें आगे क्या होगा

सोने और चांदी की कीमतों में अभूतपूर्व वृद्धि हो रही है, जो वैश्विक तनाव और त्यौहारों की मांग के कारण है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में यह वृद्धि जारी रह सकती है। जानें कि सोने की कीमतें 1.5 लाख रुपये प्रति दस ग्राम तक पहुंच सकती हैं और इसके पीछे के कारण क्या हैं।
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सोने और चांदी की कीमतों में रिकॉर्ड वृद्धि, जानें आगे क्या होगा

सोने की कीमतों में अभूतपूर्व वृद्धि

सोने और चांदी की कीमतों में रिकॉर्ड वृद्धि, जानें आगे क्या होगा

सोने में रिकॉर्ड तेजी जारी

वैश्विक तनाव और त्यौहारों की मांग के चलते सोने की कीमतों में अभूतपूर्व वृद्धि हो रही है। सोमवार के बाद मंगलवार को सोने की कीमत 1,20,900 रुपये प्रति दस ग्राम के नए उच्च स्तर पर पहुंच गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी प्रशासन में गतिरोध, फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में संभावित कटौती और बढ़ते व्यापार एवं भू-राजनीतिक तनाव के कारण सुरक्षित निवेश के लिए सोने की खरीदारी में वृद्धि हुई है।


सोने की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) में दिसंबर में आपूर्ति वाले सोने के अनुबंध की कीमत 651 रुपये या 0.54 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1,20,900 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई। फरवरी 2026 में आपूर्ति वाले अनुबंधों की कीमत 648 रुपये यानी 0.53 प्रतिशत बढ़कर 1,22,231 रुपये प्रति 10 ग्राम के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई।


चांदी में भी तेजी

सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी तेजी का दौर जारी है। दिसंबर में आपूर्ति वाले चांदी के वायदा अनुबंधों की कीमत 281 रुपये या 0.19 प्रतिशत बढ़कर 1,47,800 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। सोमवार को इसकी कीमत 1,47,977 रुपये प्रति किलोग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई थी। इसी तरह, मार्च 2026 में आपूर्ति वाले चांदी के अनुबंधों की कीमत 327 रुपये या 0.21 प्रतिशत बढ़कर 1,49,500 रुपये प्रति किलोग्राम रही।


वैश्विक स्तर पर भी तेजी

घरेलू बाजार के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर भी सोने की कीमतों में वृद्धि हो रही है। वैश्विक स्तर पर दिसंबर में आपूर्ति वाले सोने का वायदा भाव पहली बार 4000 डॉलर प्रति औंस के पार पहुंच गया, जबकि चांदी की कीमत में मामूली गिरावट आई और यह 48.43 डॉलर प्रति औंस रही। अमेरिका में सरकारी कार्यक्रमों और सेवाओं को जारी रखने के लिए राष्ट्रपति और संसद के बीच कोई समझौता न होने के कारण सरकारी वित्त-पोषण पर रोक लग गई, जिससे अनिश्चितता का माहौल उत्पन्न हो गया।


भविष्य में कीमतों का अनुमान

विशेषज्ञों का मानना है कि त्यौहारी सीजन के कारण घरेलू स्तर पर मांग बनी हुई है। साथ ही, वैश्विक तनाव भी सोने और चांदी की कीमतों को समर्थन दे रहा है। बाजार के जानकारों के अनुसार, आने वाले दिनों में यह तेजी जारी रह सकती है और सोने की कीमत 1.5 लाख रुपये प्रति दस ग्राम तक पहुंच सकती है।