सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट: जानें कारण

सोने और चांदी की कीमतों में हालिया गिरावट के पीछे के कारणों का विश्लेषण करें। भू-राजनीतिक तनाव में कमी और अमेरिकी राष्ट्रपति की संभावित मुलाकात ने बाजार को प्रभावित किया है। जानें कि कैसे ये कारक सोने की मांग को प्रभावित कर रहे हैं और रिटेल में कीमतें स्थिर हैं। इसके अलावा, आगामी मुद्रास्फीति डेटा का बाजार पर क्या असर हो सकता है, इस पर भी चर्चा की गई है।
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सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट: जानें कारण

सोने और चांदी की कीमतों में कमी

सोने और चांदी की दरें आज: भू-राजनीतिक तनाव में कमी के कारण सुरक्षित निवेश के रूप में माने जाने वाले सोने की मांग पर असर पड़ा है। इसके अलावा, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 15 अगस्त को अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की संभावना ने बाजार में नरमी ला दी है। इस कारण सोने की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है। 11 अगस्त को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने और चांदी दोनों की कीमतों में कमी आई है।



भारतीय घरेलू बाजार में सोने और चांदी की कीमतें आज लगभग 850 रुपये तक गिर गई हैं। सोमवार को MCX पर सोने की कीमत 853 रुपये घटकर 100,945 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई, जबकि चांदी 706 रुपये गिरकर 114,175 रुपये प्रति किलो पर कारोबार कर रही है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड की कीमत 0.54 प्रतिशत गिरकर 3,378.63 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई है।


रिटेल में सोने की कीमतें

रिटेल में क्‍या रही कीमत?


हालांकि MCX और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतों में गिरावट आई है, लेकिन रिटेल में तनिष्क की वेबसाइट पर सोने के भाव पिछले दो दिनों से स्थिर हैं। 11 अगस्त को 24 कैरेट सोने की कीमत 103470 रुपये प्रति 10 ग्राम थी, जो 10 अगस्त को भी यही रही। 22 कैरेट सोने की कीमत सोमवार को 94850 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई।


बाजार की निगाहें

इन मुद्दों पर टिकी निगाहें


बाजार की नजर अब 12 अगस्त को अमेरिका और भारत के जुलाई मुद्रास्फीति डेटा पर है। अमेरिकी महंगाई में वृद्धि की संभावना है, जो सितंबर में अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावनाओं को प्रभावित कर सकती है। इसके अलावा, ट्रंप के टैरिफ भी बाजार की धारणा को प्रभावित कर रहे हैं। यदि टैरिफ 50% पर बने रहते हैं, तो यह जोखिम भरे इक्विटी बाजारों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, लेकिन सोने की मांग को बढ़ावा दे सकता है।