शेयर बाजार में साल के आखिरी दिन निवेशकों को मिली बड़ी कमाई
शेयर बाजार में तेजी का माहौल
शेयर बाजार में साल के अंतिम कारोबारी दिन सकारात्मक रुख देखने को मिल रहा है.
हालांकि पूरे वर्ष में शेयर बाजार ने निवेशकों को डबल डिजिट रिटर्न नहीं दिया, लेकिन साल के अंतिम दिन सेंसेक्स और निफ्टी में जोरदार उछाल देखने को मिला है। लगभग चार घंटे के कारोबारी सत्र में निवेशकों को 4.50 लाख करोड़ रुपये की कमाई हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि स्टील शेयरों में तेजी और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के कारण निवेशकों की खरीदारी से बाजार को लाभ हुआ है। इसके अलावा, मिड और स्मॉल कैप शेयरों में भी तेजी ने बाजार के समग्र प्रदर्शन को बेहतर बनाया है। आइए जानते हैं कि शेयर बाजार में क्या आंकड़े सामने आ रहे हैं और तेजी के प्रमुख कारण क्या हैं.
सेंसेक्स और निफ्टी में उछाल
सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी
बुधवार को शेयर बाजार में तेजी का माहौल बना हुआ है। पिछले पांच कारोबारी सत्रों में गिरावट के बाद, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स दोपहर 1:35 बजे 639.07 अंकों की बढ़त के साथ 85,312.68 अंकों पर कारोबार कर रहा था। इस दौरान सेंसेक्स ने 676.68 अंकों की उछाल के साथ 85,351.76 अंकों के उच्चतम स्तर को छुआ। उल्लेखनीय है कि सेंसेक्स ने 1 जनवरी को 86159.02 अंकों के साथ अपने जीवनकाल का उच्चतम स्तर प्राप्त किया था, जिसे तोड़ने के लिए अभी भी 800 से अधिक अंकों की आवश्यकता है.
वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी भी चार कारोबारी दिनों की गिरावट के बाद सकारात्मक नजर आया। निफ्टी दोपहर 1:35 बजे 200 अंकों की बढ़त के साथ 26,139.55 अंकों पर था। इस दौरान निफ्टी ने 26,164.20 अंकों के उच्चतम स्तर को भी छुआ। 1 दिसंबर को निफ्टी ने 26,325.80 अंकों के जीवनकाल के उच्चतम स्तर को छुआ था, जिसे पार करने के लिए अभी भी 180 से अधिक अंकों की आवश्यकता है.
शेयर बाजार में तेजी के प्रमुख कारण
शेयर बाजार में तेजी के प्रमुख कारण
- मेटल शेयरों में तेजी: सरकार ने कुछ मेटल आयात पर 12 फीसदी तक के तीन साल तक टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जिसके चलते प्रमुख स्टील कंपनियों के शेयरों में उछाल आया है। टाटा स्टील 2.2 फीसदी बढ़कर 179.7 रुपये पर पहुंच गया, जबकि जेएसडब्ल्यू स्टील 3.3 फीसदी बढ़कर 1,148.1 रुपये पर पहुंच गया।
- कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट: अंतरराष्ट्रीय बाजार में खाड़ी देशों के कच्चे तेल की कीमत में 0.10 फीसदी की कमी आई है, जिससे दाम 61.27 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है।
- अस्थिरता में कमी: बाजार अस्थिरता सूचकांक, इंडिया वीआईएक्स, 3 फीसदी से अधिक गिरकर 9.37 पर आ गया है, जो निवेशकों की चिंता में कमी को दर्शाता है।
- वैल्यू बाइंग: सेंसेक्स में लगातार पांच सत्रों और निफ्टी में चार सत्रों की गिरावट के बाद, ट्रेडर्स ने शेयरों की खरीदारी की है।
- मिड-कैप और स्मॉल-कैप शेयरों में खरीदारी: व्यापक बाजार में भी मजबूत खरीदारी देखी गई है, जिससे बाजार के सेंटिमेंट को मजबूती मिली है।
निवेशकों को 4.50 लाख करोड़ का लाभ
निवेशकों को 4.50 लाख करोड़ का फायदा
शेयर बाजार में तेजी के चलते निवेशकों को बड़ा लाभ हुआ है। बीएसई के मार्केट कैप में वृद्धि के कारण यह लाभ देखने को मिला है। आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार को बीएसई का मार्केट कैप 4,71,72,212.97 करोड़ रुपये था, जो कारोबारी सत्र के दौरान 4,76,13,064.20 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। इस प्रकार, बीएसई के मार्केट कैप में 4.50 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है, जो निवेशकों के लिए लाभकारी साबित हुआ है.
