शेयर बाजार में दिवाली का जश्न, निवेशकों ने कमाए 3.71 लाख करोड़

शेयर बाजार में तेजी का माहौल

बुधवार को शेयर बाजार में सकारात्मक रुख देखने को मिल रहा है.
बुधवार को शेयर बाजार में तेजी का माहौल बना हुआ है, जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि स्टॉक मार्केट की दिवाली पार्टी शुरू हो चुकी है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती के संकेतों ने बाजार को मजबूती प्रदान की है। इसके साथ ही, भारतीय रुपया भी मजबूत हुआ है और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आई है। एशियाई बाजारों में भी उछाल देखने को मिला है, जिससे निवेशकों का विश्वास बढ़ा है।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 566.92 अंकों की बढ़त के साथ 82,596.90 अंकों पर पहुंच गया। एक दिन पहले सेंसेक्स 82,029.98 अंकों पर बंद हुआ था। आज सेंसेक्स की शुरुआत 82,197.25 अंकों से हुई थी। वर्तमान में, दोपहर 12:30 बजे सेंसेक्स 490.33 अंकों की वृद्धि के साथ 82,517.28 अंकों पर कारोबार कर रहा है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी भी अच्छी तेजी दिखा रहा है। आंकड़ों के अनुसार, निफ्टी 180 अंकों से अधिक की बढ़त के साथ 25,326.45 अंकों पर पहुंच गया था। वर्तमान में, निफ्टी 163.80 अंकों की वृद्धि के साथ 25,310 अंकों पर कारोबार कर रहा है। निफ्टी की शुरुआत भी 25,326.45 अंकों से हुई थी।
इस तेजी के चलते निवेशकों को भी अच्छा लाभ हुआ है। बीएसई के मार्केट कैप में भी वृद्धि हुई है। एक दिन पहले बीएसई का मार्केट कैप 4,59,67,652.36 करोड़ रुपए था, जो अब बढ़कर 4,63,39,020.85 करोड़ रुपए हो गया है। इसका मतलब है कि बीएसई मार्केट कैप में 3,71,368.49 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है। आइए जानते हैं कि शेयर बाजार में तेजी के पीछे के प्रमुख कारण क्या हैं।
शेयर बाजार में तेजी के प्रमुख कारण
- फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती के संकेत: अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने कहा है कि लेबर मार्केट कमजोर है, जबकि अर्थव्यवस्था मजबूत है। इससे निवेशकों के मनोबल में सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि महंगाई का पूर्वानुमान स्थिर है, जिससे एक और ब्याज दर कटौती की उम्मीदें बढ़ी हैं।
- अस्थिरता में कमी: इंडिया VIX में लगभग 4 फीसदी की गिरावट आई है, जो निवेशकों को अधिक जोखिम उठाने के लिए प्रेरित करती है।
- रुपए में मजबूती: फेड के नरम रुख के कारण रुपया 88 पैसे बढ़कर 87.93 प्रति डॉलर पर पहुंच गया है। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और भारतीय रिजर्व बैंक के संभावित हस्तक्षेप ने भी इस सुधार को बल दिया है।
- कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट: इंटरनेशनल मार्केट में ब्रेंट क्रूड की कीमत 0.19 फीसदी गिरकर 62.27 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई है।
- एशियाई बाजारों में तेजी: एशियाई बाजारों में सकारात्मक रुख देखने को मिला है, जिससे अमेरिकी बाजारों की मजबूत शुरुआत का संकेत मिला है।