शेयर बाजार में गिरावट: ट्रंप के फैसले से निवेशकों को भारी नुकसान

शेयर बाजार में गिरावट का कारण

शेयर बाजार
22 सितंबर को भारत के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है, क्योंकि आज से जीएसटी 2.0 लागू हो गया है। इस बदलाव के तहत कई घरेलू उत्पादों, जैसे कारें और बीमा पॉलिसियां, सस्ती हो गई हैं। हालांकि, इस सकारात्मक बदलाव का शेयर बाजार पर कोई असर नहीं पड़ा। अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा H-1B वीजा पर शुल्क बढ़ाने की घोषणा ने बाजार का मूड पूरी तरह से बिगाड़ दिया। बाजार खुलने के कुछ ही मिनटों में सेंसेक्स में 475 अंकों की गिरावट आई, जिससे निवेशकों को 1.50 लाख करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ। ट्रंप के इस निर्णय के कारण आईटी कंपनियों को इमिग्रेशन चार्ज के रूप में अधिक भुगतान करना होगा, जिससे उनकी लागत बढ़ जाएगी। यही कारण है कि देश की प्रमुख आईटी कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखी जा रही है।
शेयर बाजार में गिरावट के आंकड़े
शेयर बाजार में गिरावट
सोमवार को शेयर बाजार में गिरावट का सामना करना पड़ा। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 9:32 बजे 175.71 अंकों की गिरावट के साथ 82,450.52 पर कारोबार कर रहा था। वहीं, 9:17 बजे सेंसेक्स 475 अंकों की गिरावट के साथ 82,151.07 पर पहुंच गया था। पिछले शुक्रवार को भी सेंसेक्स 82,626.23 पर गिरावट के साथ बंद हुआ था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी भी लाल निशान पर कारोबार कर रहा था। दो मिनट में निफ्टी 115.45 अंकों की गिरावट के साथ 25,211.60 पर आ गया था, लेकिन बाद में थोड़ी रिकवरी देखने को मिली। 9:35 बजे निफ्टी 22 अंकों की गिरावट के साथ 25,301.85 पर कारोबार कर रहा था।
आईटी शेयरों में गिरावट का प्रभाव
आईटी शेयरों में गिरावट?
ट्रंप के H-1B वीजा शुल्क बढ़ाने के निर्णय के बाद देश की आईटी कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई है। आंकड़ों के अनुसार, देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस के शेयर 2.23% की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। इंफोसिस के शेयरों में 2.07% की गिरावट देखी जा रही है, जबकि टेक महिंद्रा का शेयर 4% से अधिक की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। एचसीएल टेक का शेयर भी 2% की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। वहीं, रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर स्थिर स्थिति में है।
निवेशकों को नुकसान का आकलन
निवेशकों को दो मिनट में कितना नुकसान?
हालांकि शेयर बाजार धीरे-धीरे रिकवरी कर रहा है, लेकिन पहले दो मिनट में ही निवेशकों को डेढ़ लाख करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ। जब सेंसेक्स दिन के निचले स्तर पर पहुंचा, तब बीएसई का मार्केट कैप 4,64,76,608.46 करोड़ रुपए था। जबकि पिछले शुक्रवार को मार्केट कैप 4,66,32,723.37 करोड़ रुपए था। इसका मतलब है कि निवेशकों को दो मिनट में 1,56,114.91 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।