शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव: सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट जारी

शेयर बाजार में सेंसेक्स और निफ्टी की गिरावट का सिलसिला जारी है। बीएसई और एनएसई के आंकड़ों के अनुसार, इन्फोसिस टॉप गेनर है, जबकि सन फार्मा को नुकसान उठाना पड़ा है। वैश्विक बाजारों से मिले कमजोर संकेतों के चलते निवेशकों में चिंता बनी हुई है। जानें एशियाई और अमेरिकी बाजारों की स्थिति और क्या है आगे की संभावनाएं।
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शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव: सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट जारी

शेयर बाजार की वर्तमान स्थिति

मुंबई में शेयर बाजार ने तेजी की ओर कदम बढ़ाया है। बीएसई का सेंसेक्स 111 अंकों की बढ़त के साथ 84439 के स्तर पर पहुंच गया है। वहीं, एनएसई का निफ्टी 33 अंक ऊपर उठकर 25852 पर पहुंच गया है। सेंसेक्स में इन्फोसिस सबसे बड़ा लाभार्थी है, जबकि सन फार्मा को नुकसान उठाना पड़ा है।


गिरावट का सिलसिला जारी

हालांकि, शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीएसई का सेंसेक्स 183 अंकों की गिरावट के साथ 84376 पर आ गया है, जबकि निफ्टी 46 अंक नीचे गिरकर 25772 पर पहुंच गया है।


नए संकेत और वैश्विक बाजार

गुरुवार, 17 दिसंबर को सेंसेक्स और निफ्टी 50 में लगातार तीन सत्रों की गिरावट के बाद सपाट से नकारात्मक होने की संभावना है। गिफ्ट निफ्टी से शुरुआती संकेत एक सुस्त शुरुआत का इशारा कर रहे हैं, जो 25,871 के स्तर पर ट्रेड कर रहा है। एशियाई बाजार भी अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों से पहले चौथे सीधे सत्र के लिए वॉल स्ट्रीट पर बिकवाली को दर्शा रहे हैं।


एशियाई बाजारों की स्थिति

गुरुवार को एशियाई शेयर बाजार में गिरावट देखी गई। हांगकांग के शेयरों में गिरावट के साथ-साथ जापान और ऑस्ट्रेलिया के शेयर भी नीचे आए। हैंग सेंग फ्यूचर्स 0.6% नीचे थे, जबकि जापान का टॉपिक्स 0.5% और ऑस्ट्रेलिया का एसएंडपी/एएसएक्स 200 0.3% गिर गया।


अमेरिकी शेयर बाजार का हाल

अमेरिकी शेयर बाजार ने बुधवार को लगातार चौथे सत्र के लिए गिरावट का सामना किया। एआई से जुड़े शेयरों में भारी बिकवाली ने अमेरिकी फेडरल रिजर्व से ब्याज दर में कटौती की उम्मीदों को कमजोर किया। एसएंडपी 500 में 1.16% की गिरावट आई, जबकि नैस्डैक कंपोजिट 1.81% नीचे आया।


मुद्राओं और वस्तुओं की कीमतें

गुरुवार को प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर में मजबूती बनी रही। ब्रिटेन की मुद्रास्फीति में गिरावट के कारण स्टर्लिंग पर दबाव बना। वहीं, सोने की कीमतें अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर से नीचे स्थिर रहीं। तेल की कीमतें भी बढ़ी हैं, जब राष्ट्रपति ने वेनेजुएला के टैंकरों पर नाकाबंदी की घोषणा की।