रेलवे शेयरों में तेजी: निवेशकों के लिए नया अवसर?
रेलवे सेक्टर के शेयरों में उछाल

नई दिल्ली: मंगलवार को शेयर बाजार में रेलवे से संबंधित शेयरों ने फिर से सुर्खियां बटोरी हैं। लंबे समय तक ठंडे पड़े रहने के बाद, अब इन शेयरों में 4 से 13 प्रतिशत तक की वृद्धि देखी जा रही है। इस उछाल के चलते ये शेयर निवेशकों के ध्यान में आ गए हैं, हालांकि निवेशक अभी भी यह सोच रहे हैं कि यह केवल एक शॉर्ट टर्म रैली है या फिर एक बड़ा अवसर।
रेलवे सेक्टर के शेयरों में IRFC, IRCTC, ज्यूपिटर वैगन्स, रेल विकास निगम (RVNL), रेलटेल, Texmaco Rail, टीटागढ़ रेल सिस्टम, IRCON और RITES शामिल हैं।
गिरावट का सिलसिला
जुलाई 2024 से गिरावट
वास्तव में, रेलवे से जुड़े सभी शेयर जुलाई 2024 में अपने उच्चतम स्तर पर थे, लेकिन उसके बाद से इनमें लगातार गिरावट आई है। पिछले एक साल में इन शेयरों में 70 प्रतिशत तक की कमी आई है। हालाँकि हाल में आई वृद्धि के बावजूद, ये अभी भी अपने ऑल टाइम हाई प्राइस से 50 प्रतिशत से अधिक नीचे हैं।
उछाल के कारण और निवेशकों की चिंताएं
उछाल की वजह और लोगों में शंका
हाल के दिनों में इन शेयरों में आई तेजी के कारण निवेशकों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि आगे रेलवे स्टॉक्स का क्या रुख रहेगा। इस रैली का मुख्य कारण सरकार का रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर पर बढ़ता ध्यान है। नए ट्रैक्स बिछाने, रेलवे लाइनों का विस्तार, स्टेशन का पुनर्विकास, वंदे भारत ट्रेनों का विस्तार, माल ढुलाई क्षमता में वृद्धि और सेमी हाई स्पीड कॉरिडोर जैसे प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है।
शेयरों की वर्तमान स्थिति
कितना नीचे चल रहे हैं शेयर
आरवीएनएल अपने उच्चतम स्तर से 30 प्रतिशत नीचे है। आईआरएफसी शेयर 43 प्रतिशत, IRCON के शेयर लगभग 50 प्रतिशत, ज्यूपिटर वैगन्स के शेयर 54 प्रतिशत और टीटागढ़ रेल सिस्टम के शेयर 55 प्रतिशत नीचे चल रहे हैं।
मजबूती के अन्य कारण
शेयरों में मजबूती की वजह
सरकार का रेलवे पर ध्यान केंद्रित करना इन शेयरों की मजबूती का एक कारण है। इसके अलावा, जूपिटर वैगन्स की यूरोपियन यूनिट TATRAVAGONKA द्वारा 28.72 लाख कन्वर्टिबल वॉरंट्स को इक्विटी शेयरों में बदलने की खबर ने निवेशकों का विश्वास बढ़ाया है। इसके अलावा, कंपनी को नॉर्थ ईस्टर्न रेलवे से ₹165 करोड़ का लेटर ऑफ अवार्ड मिला है। इसी तरह, RITES को साउथ अफ्रीका की Ndalama Capital से $35.2 मिलियन का अंतरराष्ट्रीय अनुबंध मिला है। Titagarh Rail System ने गुजरात मेट्रो के लिए भारत की पहली 'मेड इन इंडिया' ड्राइवरलेस ट्रेनसेट का रोल-आउट किया है।
