रुपए में रिकॉर्ड तेजी: डॉलर के मुकाबले नई ऊंचाई पर पहुंचा

बुधवार को रुपए में डॉलर के मुकाबले अभूतपूर्व तेजी देखने को मिली है, जो अमेरिकी केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दरों में कटौती के संकेतों के कारण है। इस वृद्धि के पीछे कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और शेयर बाजार में सकारात्मक माहौल भी शामिल है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में रुपए को और समर्थन मिल सकता है। जानें इस तेजी के पीछे के कारण और करेंसी बाजार की वर्तमान स्थिति के बारे में।
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रुपए में रिकॉर्ड तेजी: डॉलर के मुकाबले नई ऊंचाई पर पहुंचा

रुपए में आई अभूतपूर्व तेजी

रुपए में रिकॉर्ड तेजी: डॉलर के मुकाबले नई ऊंचाई पर पहुंचा

बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपए में अभूतपूर्व तेजी देखने को मिली है।

अमेरिका से रुपए के लिए सकारात्मक समाचार आया है। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेड ने ब्याज दरों में कटौती के संकेत दिए हैं, जिससे डॉलर इंडेक्स में गिरावट आई है। इसके साथ ही कच्चे तेल की कीमतों में भी कमी आई है। शेयर बाजार में भी तेजी का माहौल है, जिसके चलते बुधवार को रुपए में जबरदस्त तेजी देखी गई। विशेषज्ञों के अनुसार, रुपए में 80 पैसे से अधिक की वृद्धि हुई है। आने वाले दिनों में भी रुपए को समर्थन मिलने की संभावना है। मंगलवार को, रुपया डॉलर के मुकाबले अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया था, जिससे यह उम्मीद की जा रही थी कि रुपए की कीमत 90 के स्तर को पार कर जाएगी। लेकिन फेड के प्रमुख की टिप्पणियों के बाद रुपए को मजबूती मिली। आइए जानते हैं कि करेंसी बाजार में रुपए का वर्तमान स्तर क्या है।

रुपए में अभूतपूर्व वृद्धि

अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती के संकेत मिलने के बाद, डॉलर सूचकांक में नरमी आई, जिससे बुधवार को शुरुआती कारोबार में रुपए ने अपने सर्वकालिक निचले स्तर से 88 पैसे की वृद्धि के साथ 87.93 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। विदेशी मुद्रा व्यापारियों का कहना है कि कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और आरबीआई के हस्तक्षेप की खबरों ने घरेलू मुद्रा को समर्थन दिया। इंटरबैंक फॉरेन करेंसी एक्सचेंज में, रुपया 88.74 पर खुला और फिर तेजी के साथ 87.93 पर पहुंच गया, जो पिछले बंद भाव से 88 पैसे की बढ़त दर्शाता है। बाद में, यह अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 88.33 पर कारोबार कर रहा था। मंगलवार को, रुपया 13 पैसे गिरकर 88.81 के सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ।

कच्चा तेल और डॉलर इंडेक्स में गिरावट

  1. इस बीच, छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को मापने वाला डॉलर इंडेक्स 0.20 फीसदी की गिरावट के साथ 98.85 पर कारोबार कर रहा था।
  2. अंतरराष्ट्रीय बाजार में खाड़ी देशों का कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड ऑयल 0.43 फीसद की गिरावट के साथ 62.12 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था, क्योंकि अमेरिका में शटडाउन तीसरे सप्ताह भी जारी है और किसी भी दिशा से सुलह के संकेत नहीं दिख रहे हैं।
  3. घरेलू शेयर बाजार में, शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 354.57 अंक चढ़कर 82,384.55 पर पहुँच गया, जबकि निफ्टी 109.55 अंक बढ़कर 25,255.05 पर पहुंच गया।
  4. एनएसडीएल के आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शेयर बाजार में 1,508.53 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

रुपए में तेजी के कारण

फेड के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने मंगलवार को बेरोजगारी बढ़ने के कारण ब्याज दरों में और कटौती के संकेत दिए। फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स के ट्रेजरी हेड अनिल कुमार भंसाली ने महंगाई पर चिंता जताई और टैरिफ और प्रतिबंधात्मक इमिग्रेशन नीतियों से उत्पन्न भविष्य के जोखिमों के बारे में चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि डॉलर सूचकांक पिछले सत्र की तुलना में लगभग 0.24 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 99.03 के स्तर पर आ गया, क्योंकि बाजार को अमेरिका-चीन व्यापार तनाव और लगातार अमेरिकी शटडाउन के कारण चिंताओं का सामना करना पड़ रहा है। इन दोनों ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया है और अल्पावधि में डॉलर को समर्थन दिया है, भले ही वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता बनी हुई है। भंसाली ने कहा कि अमेरिका के आर्थिक आंकड़ों के न आने से डॉलर की चाल पर असर पड़ रहा है।