योग और आयुर्वेद: गंभीर बीमारियों के लिए प्रभावी उपचार

हाल ही में एम्स के शोध में योग और आयुर्वेद के लाभों की पुष्टि की गई है। यह अध्ययन दर्शाता है कि ये विधियाँ हार्ट अटैक, स्ट्रोक, और अन्य गंभीर बीमारियों के उपचार में प्रभावी हो सकती हैं। डॉ. गौतम शर्मा के नेतृत्व में किए गए इस शोध में 28 से अधिक वैज्ञानिक शोधपत्र शामिल हैं। जानें कैसे योग और आयुर्वेद का सही उपयोग स्वास्थ्य को बेहतर बना सकता है और बीमारियों की जड़ तक पहुँच सकता है।
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योग और आयुर्वेद: गंभीर बीमारियों के लिए प्रभावी उपचार

योग और आयुर्वेद के लाभों का नया शोध

योगImage Credit source: Westend61/Getty Images

हाल ही में एम्स (AIIMS) के सेंटर फॉर इंटीग्रेटिव मेडिसिन रिसर्च (CIMR) द्वारा किए गए अध्ययन में योग और आयुर्वेद के लाभों की पुष्टि की गई है। इस शोध में यह पाया गया है कि ये विधियाँ हार्ट अटैक, स्ट्रोक, माइग्रेन, डायबिटीज और नींद की समस्याओं जैसे गंभीर रोगों के उपचार में सहायक हो सकती हैं। इस अध्ययन का नेतृत्व कर रहे डॉ. गौतम शर्मा ने बताया कि इस रिसर्च में 28 से अधिक वैज्ञानिक शोधपत्र प्रकाशित किए गए हैं, जो यह दर्शाते हैं कि योग और आयुर्वेदिक तकनीकों से प्राकृतिक रूप से स्वास्थ्य को बनाए रखा जा सकता है।

डॉ. शर्मा ने कहा कि योग केवल एक व्यायाम नहीं है, बल्कि यह जीवनशैली में बदलाव लाने का एक साधन है। सही योगासन और प्राणायाम से कई पुरानी बीमारियों का उपचार संभव है। शोध में यह भी पाया गया कि हर बीमारी के लिए विशेष योग तकनीक की आवश्यकता होती है। उदाहरण के लिए, उच्च रक्तचाप के रोगियों के लिए कुछ योगासन हानिकारक हो सकते हैं। इसलिए सही तरीके से योग करना आवश्यक है। अनिद्रा की समस्या में प्राणायाम और ध्यान से सुधार होता है। एम्स के शोधकर्ताओं ने विभिन्न बीमारियों के लिए अलग-अलग योग मॉड्यूल विकसित किए हैं।

योग का प्रभाव स्वायत्त तंत्रिका तंत्र पर

शोध में यह भी पाया गया कि योग का प्रभाव हमारे स्वायत्त तंत्रिका तंत्र (Autonomic Nervous System) पर पड़ता है, जो हार्ट बीट, पाचन और तनाव को नियंत्रित करता है। योग और प्राणायाम से इस तंत्र की कार्यक्षमता में वृद्धि होती है, जिससे व्यक्ति अधिक स्वस्थ महसूस करता है।

वैश्विक सम्मेलन में विशेषज्ञों की चर्चा

यह शोध हाल ही में “एडवांस इन इंटीग्रेटिव मेडिसिन” (AIM) सम्मेलन में प्रस्तुत किया गया, जिसमें 400 से अधिक आयुष और आधुनिक चिकित्सा के विशेषज्ञों ने भाग लिया। इस दौरान वैज्ञानिकों और चिकित्सकों ने पारंपरिक और आधुनिक चिकित्सा के समन्वय पर चर्चा की।

गंभीर बीमारियों के उपचार में योग की भूमिका

शोध के निष्कर्ष बताते हैं कि योग और आयुर्वेदिक उपचार को गंभीर बीमारियों के इलाज में शामिल किया जाना चाहिए। जहां आधुनिक दवाओं की सीमाएँ हैं, वहीं योग और आयुर्वेद रोग की जड़ तक पहुँचकर उपचार करते हैं। डॉ. शर्मा ने कहा कि हर व्यक्ति को योग और आयुर्वेद से जुड़ना चाहिए, क्योंकि ये बिना किसी साइड इफेक्ट के स्वास्थ्य को बनाए रखते हैं.