मेघालय में तीन डेटा और एआई प्रयोगशालाओं की स्थापना की घोषणा
नई तकनीकी प्रयोगशालाओं की स्थापना
शिलांग, 4 दिसंबर: केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को मेघालय में तीन डेटा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) प्रयोगशालाओं की स्थापना की घोषणा की। यह भारत के प्रयास का हिस्सा है ताकि तकनीक हर नागरिक के लिए सुलभ हो सके।
वैष्णव ने आज यहां आयोजित क्षेत्रीय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शिखर सम्मेलन के दौरान इन नए केंद्रों की स्थापना की घोषणा की।
ये केंद्र शिलांग के आईटीआई पार्क, शिलांग पॉलिटेक्निक और तुरा के आईटीआई में स्थापित किए जाएंगे। राज्य में पहले से ही राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (NIELIT), शिलांग में एक ऐसा केंद्र कार्यरत है।
उन्होंने कहा, "हमारा ध्यान यह सुनिश्चित करना है कि देश के हर हिस्से को इस नई तकनीक का लाभ मिले। आज कई लोग कहते हैं कि जिस तरह बिजली हमारे आधुनिक जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा है, उसी तरह एआई भी हमारे जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा बन जाएगा।"
एआई के महत्व को उजागर करते हुए उन्होंने कहा कि यह तकनीक हर व्यक्ति तक पहुंचनी चाहिए ताकि वे इसकी उत्पादकता और समस्याओं का उपयोग कर सकें। मंत्री ने बताया कि केंद्र का मिशन भारत में 570 डेटा और एआई प्रयोगशालाओं का निर्माण करना है।
इस लक्ष्य में से 30 केंद्र पहले ही टियर-2 और टियर-3 शहरों में युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए बनाए जा चुके हैं।
मंत्री के अनुसार, देश स्वायत्त बड़े भाषा मॉडल (LLMs) का निर्माण कर रहा है ताकि विदेशी संस्थाओं जैसे Google, Meta, OpenAI आदि पर निर्भरता कम की जा सके।
इस प्रक्रिया के दौरान, 3,800 से अधिक डेटा सेट बनाए जाएंगे। AI मॉडल को प्रशिक्षित करने के लिए 38,000 से अधिक ग्राफिक प्रोसेसिंग यूनिट्स का उपयोग किया जाएगा।
मंत्री ने कहा, "हमारे प्रधानमंत्री ने हमें तकनीक का लोकतंत्रीकरण करने का दृष्टिकोण दिया है। ध्यान लोगों, ग्रह और प्रगति पर होगा... एआई मिशन को अगले पांच वर्षों में 10,300 करोड़ रुपये से वित्त पोषित किया जाएगा।"
