मुरादाबाद को निर्यात हब बनाने की योजना: जितिन प्रसाद

केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने मुरादाबाद को निर्यात हब के रूप में विकसित करने की योजना की घोषणा की है। उन्होंने बुनियादी ढांचे में सुधार, कारीगरों की आर्थिक स्थिति और जीएसटी से संबंधित समस्याओं पर चर्चा की। मंत्री ने 'एक जिला एक उत्पाद' योजना के तहत कारीगर गांव बनाने के लिए भी निर्देश दिए। यह कदम मुरादाबाद की पीतल और अन्य धातुओं की शिल्पकला को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है।
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मुरादाबाद को निर्यात हब बनाने की योजना: जितिन प्रसाद

मुरादाबाद का निर्यात विकास

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने बुधवार को घोषणा की कि मुरादाबाद, जिसे पीतल नगरी के नाम से जाना जाता है, को निर्यात केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा।


प्रसाद ने मुरादाबाद सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ एक बैठक में रेलवे, सड़क और अन्य बुनियादी ढांचों को सुधारने पर जोर दिया। उन्होंने वन स्टॉप सेंटर की स्थापना की आवश्यकता पर भी बल दिया, जिससे निर्यातकों की प्रशासनिक और तकनीकी आवश्यकताओं का समाधान एक ही स्थान पर किया जा सके।


उन्होंने पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष निर्यात में कमी पर चिंता व्यक्त की और कहा कि समस्याओं की पहचान कर उनका समाधान किया जाएगा। जीएसटी से संबंधित मुद्दों को आगामी जीएसटी परिषद की बैठक में उठाने का आश्वासन दिया गया।


प्रदूषण नियंत्रण और नगर निगम से जुड़ी समस्याओं के लिए जिलाधिकारी अनुज सिंह को नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए गए।


प्रेस वार्ता में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि व्यापार में वृद्धि हुई है, लेकिन कारीगरों की आर्थिक स्थिति में सुधार नहीं हुआ है, जिससे उनकी संख्या में कमी आ रही है।


उन्होंने निर्यातकों और कारीगरों को प्रोत्साहित करने के लिए 'एक जिला एक उत्पाद' (ओडीओपी) योजना के तहत कारीगर गांव बनाने के लिए संयुक्त उद्योग आयुक्त को निर्देशित किया। मुरादाबाद का पीतल और अन्य धातुओं से संबंधित शिल्पकला का विश्व स्तर पर महत्वपूर्ण स्थान है।


उन्होंने कहा कि केंद्र और उत्तर प्रदेश में भाजपा की डबल इंजन सरकार रोजगार के अवसर प्रदान करने और निर्यातकों की आय बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।