भारत और कतर के बीच मुक्त व्यापार समझौते की संभावना, केंद्रीय मंत्री गोयल का बयान

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कतर में द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए संभावित मुक्त व्यापार समझौते (FTA) की चर्चा की। उन्होंने बताया कि यह समझौता अगले साल के मध्य या 2026 की तीसरी तिमाही तक हो सकता है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार में वृद्धि होगी। गोयल ने अन्य देशों के साथ भी व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने की योजना साझा की। जानें इस समझौते से भारत और कतर को क्या लाभ होगा और भविष्य की संभावनाएं क्या हैं।
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भारत और कतर के बीच मुक्त व्यापार समझौते की संभावना, केंद्रीय मंत्री गोयल का बयान

भारत और कतर के बीच व्यापारिक संबंधों की नई दिशा

भारत और कतर के बीच मुक्त व्यापार समझौते की संभावना, केंद्रीय मंत्री गोयल का बयान


भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल वर्तमान में दोहा में हैं, जहां वे कतर के नेताओं के साथ द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढ़ाने के उपायों पर चर्चा कर रहे हैं। गोयल ने बताया कि भारत और कतर के बीच मुक्त व्यापार समझौता (FTA) अगले साल के मध्य या 2026 की तीसरी तिमाही तक संभव हो सकता है, जिससे दोनों देशों को लाभ होगा।


उन्होंने कहा कि बातचीत सकारात्मक और रचनात्मक दिशा में आगे बढ़ रही है। भारत कतर के साथ अपने व्यापार को मजबूत करने की दिशा में कदम उठा रहा है, खासकर ट्रंप टैरिफ के संदर्भ में। कतर भी अमेरिका से दूरी बनाते हुए भारत के साथ अपने संबंधों को मजबूत कर रहा है।


अन्य देशों के साथ भी बातचीत जारी


गोयल ने यह भी बताया कि भारत पेरू, चिली और अन्य देशों के साथ भी फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर चर्चा कर रहा है, जिससे भारतीय व्यापार को वैश्विक स्तर पर मजबूती मिलेगी।


भारत और कतर के बीच व्यापार का आंकड़ा


वर्तमान में भारत और कतर के बीच 14 बिलियन डॉलर का व्यापार होता है, जिसे 2030 तक 30 बिलियन डॉलर करने का लक्ष्य है। इसके लिए FTA की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।


निवेश के अवसर


गोयल ने कहा कि कतर भारत में अच्छे निवेशकों और परियोजनाओं की तलाश में है, और सीआईआई तथा फिक्की जैसे संगठनों से अच्छे निवेश के अवसरों की उम्मीद है। कतर, खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) में भारत का एक महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार है।