बजट 2026: जनता की राय से बनेगा नया वित्तीय खाका

केंद्रीय बजट 2026-27 के लिए सरकार ने आम जनता से सुझाव मांगने का निर्णय लिया है। इस बार, नागरिकों को अपने विचार साझा करने का मौका दिया गया है। जानें कैसे आप MyGov प्लेटफॉर्म के माध्यम से अपनी राय सरकार तक पहुंचा सकते हैं। वित्त मंत्री 1 फरवरी को बजट पेश करेंगी, जो जनता की राय पर आधारित होगा। यह एक महत्वपूर्ण अवसर है, जहां आप अपने विचारों को सीधे सरकार तक पहुंचा सकते हैं।
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बजट 2026: जनता की राय से बनेगा नया वित्तीय खाका

बजट 2026-27 की तैयारी शुरू

बजट 2026: जनता की राय से बनेगा नया वित्तीय खाका

केंद्रीय बजट 2026-27 के लिए काउंटडाउन शुरू हो चुका है।

बजट 2026: हर साल जब बजट का समय आता है, तो हम सभी टीवी के सामने बैठकर यह सोचते हैं कि इस बार कुछ विशेष होगा। लेकिन क्या होगा यदि आपको यह अवसर मिले कि आप खुद सरकार को बता सकें कि बजट में क्या होना चाहिए? केंद्र सरकार ने आगामी बजट 2026-27 के लिए आम जनता से सुझाव मांगने का निर्णय लिया है। सरकार का मानना है कि एक विकासशील भारत की तस्वीर तभी बदलेगी जब उसमें आम नागरिक की आवाज शामिल होगी। इसी उद्देश्य से वित्त मंत्रालय ने नागरिकों से सुझाव मांगे हैं, ताकि बजट को कागजी दस्तावेजों से निकालकर वास्तविकता में लाया जा सके।

MyGov के माध्यम से अपनी राय साझा करें

सरकार ने ‘MyGov’ प्लेटफॉर्म के जरिए सभी नागरिकों से अपील की है कि वे आगे आएं और अपने विचार साझा करें। आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से जारी संदेश में स्पष्ट किया गया है कि यह बजट जनता की राय पर आधारित होगा।

सरकार जानना चाहती है कि अगले वित्त वर्ष में किन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जाए। चाहे आप गृहिणी हों, नौकरीपेशा हों या छात्र, आप MyGov की वेबसाइट पर जाकर अपनी राय दे सकते हैं। अपनी राय सरकार तक पहुंचाने के लिए बस अपने मोबाइल या कंप्यूटर पर MyGov.in वेबसाइट खोलें।

वहां होमपेज पर Union Budget 2026-27 का बैनर या लिंक दिखाई देगा। उस पर क्लिक करें और अपने मोबाइल नंबर से लॉग-इन करें। इसके बाद आपके सामने एक कमेंट बॉक्स खुलेगा, जहां आप शिक्षा, टैक्स, रोजगार या महंगाई जैसे मुद्दों पर सुझाव दे सकते हैं। आप चाहें तो ‘MyGov’ ऐप डाउनलोड करके भी सीधे वहां से अपनी मांग वित्त मंत्रालय की टीम तक पहुंचा सकते हैं।

1 फरवरी को बजट पेश होगा

संसद में बजट पेश करने की परंपरा के अनुसार, 1 फरवरी को वित्त मंत्री देश का वार्षिक लेखा-जोखा प्रस्तुत करेंगी। हालांकि, यह दिन केवल एक भाषण का नहीं, बल्कि उन सभी सुझावों और बैठकों का निचोड़ होगा जो अभी चल रही हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण हाल ही में लगातार बैठकों में व्यस्त रही हैं। उन्होंने बजट से पहले की परामर्श प्रक्रिया (Pre-Budget Consultation) के तहत देश के प्रमुख अर्थशास्त्रियों से लेकर किसान संगठनों तक से चर्चा की है।