प्रधानमंत्री मोदी ने स्वदेशी उत्पादों को अपनाने की अपील की

प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में देश को संबोधित करते हुए स्वदेशी उत्पादों को अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने नए जीएसटी सुधारों के माध्यम से उपभोक्ता उत्पादों की कीमतों को कम करने का लक्ष्य रखा है। मोदी ने कहा कि भारतीय नागरिकों को विदेशी उत्पादों के बजाय स्वदेशी सामान खरीदने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इसके साथ ही, उन्होंने भारत की आर्थिक वृद्धि के आंकड़ों को साझा किया, जिसमें निर्यात में वृद्धि और विनिर्माण क्षेत्र की मजबूती शामिल है।
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प्रधानमंत्री मोदी ने स्वदेशी उत्पादों को अपनाने की अपील की

स्वदेशी उत्पादों की आवश्यकता

प्रधानमंत्री मोदी ने देश को संबोधित करते हुए नए जीएसटी सुधारों के बारे में बताया, जो भारत में उपभोक्ता उत्पादों की कीमतों को कम करने के उद्देश्य से हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आज भारतीय नागरिक कई विदेशी उत्पादों का उपयोग कर रहे हैं, लेकिन वे उनके विदेशी मूल को नहीं पहचानते। उन्होंने सभी नागरिकों से आग्रह किया कि वे स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता दें और स्वदेशी आंदोलन को अपनाएं।


स्वदेशी सामान की खरीद पर जोर

उन्होंने कहा कि हमें उन वस्तुओं को खरीदना चाहिए जो हमारे अपने श्रम का परिणाम हैं, और देश के हर दुकान में स्वदेशी सामान होना चाहिए।


विदेशी उत्पादों का प्रभाव


उन्होंने नए सुधारों के लाभों पर विस्तार से बताया कि विदेशी सामान भारतीय बाजार में इस हद तक घुसपैठ कर चुके हैं कि हम उन्हें अपनी जेब में रखते हैं, बिना उनके मूल को स्वीकार किए।


भारत की आर्थिक वृद्धि

पीआईबी डेटा सेट के अनुसार, भारत की कुल निर्यात (सामान + सेवाएं) 2024-25 में 824.9 अरब डॉलर तक पहुंच गई, जो 2023-24 में 778.1 अरब डॉलर से 6.01% की वृद्धि दर्शाती है।


  • सेवाओं का निर्यात:
    • 2024-25 में 387.5 अरब डॉलर तक पहुंचा
    • 2023-24 में 341.1 अरब डॉलर से 13.6% की वृद्धि
  • वाणिज्यिक निर्यात (पेट्रोलियम उत्पादों को छोड़कर):
    • 374.1 अरब डॉलर तक पहुंचा
    • 2023-24 में 352.9 अरब डॉलर से 6.0% की वृद्धि


भारत का विनिर्माण क्षेत्र 2013-14 में 15.6 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 2023-24 में 27.5 लाख करोड़ रुपये हो गया है।